रायपुर/दिल्ली। तकनीक के इस युग में ऑनलाइन ठगी, डिजिटल फर्जीवाड़ा, साइबर क्राइम बड़ी तेजी के साथ बढ़ चुका है. आम से आम और ख़ास से बेहद ख़ास लोग तक भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. अब इसी तरह के एक मामले का शिकार हुए हैं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रह चुके संजय बारू. संजय बारू ऑनलाइन शराब मंगाने के चक्कर में ठगी के शिकार हुए हैं.
दरअसल संजय बारू शराब मंगाने के लिए गूगल पर ऑनलाइन दुकानें सर्च की. सर्च करने के दौरान एक फेसबुक पेज मिला. इस पेज का नाम था La Cave Wine shop. बारू ने पेज पर दिए गए नंबर पर फोन कर ऑनलाइन शराब ऑर्डर कर दिया. शराब आर्डर होते हुए उसने ऑनलाइन पेमेंट किया. जैसे बारू ने शराब की तय कीमत अदा कि ठीक उसके बाद उसके अकाउंट को हैकर 24 हजार रूपये निकाल लिए गए.
संजय बारू को एहसास हुआ कि वो ठगी के शिकार हो गए, उसने तत्काल जिस नंबर पर ऑर्डर किया था उस पर फोन किया, लेकिन फोन बंद मिला. उन्होंने फिर मामले की शिकायत दिल्ली के हौज खास थाने में की. जांच में पता चला कि सायबर क्रिमिनल ने फर्जी नाम पते पर बैंक अकाउंट खुलवा रखा था. दिल्ली पुलिस ने टेक्निकल टीम के जरिए जांच पड़ताल शुरू की गई. जांच में पता चला कि आरोपी भरतपुर के रहने वाला है.
पुलिस ने बैंक अकाउंट के आधार पर छानबीन की तो आरोपी का नाम आकिब जावेद, पता- भरपुर राजस्थान मिला. दिल्ली में पुलिस भरतपुर में ठिकाने पर छापा मार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आकिब ने बताया कि वो और उसके साथी दूसरे राज्यों के फर्जी नाम पते पर सिम कार्ड लेते थे और फिर अलग-अलग राज्यों में लोगों कॉल करते, फिर शिकार बनाते थे. ये लोग 5 से 10 मिनट में दूसरे राज्यों के 3 से 4 बैंक अकाउंट या मनी वॉलेट में पैसा ट्रांसफर करते थे. इसके बाद वो पैसा उस अकाउंट में ट्रांसफर करते जो इनका खुद का अकाउंट होता था, जहां से ये पैसा निकाल पाते थे. सबकुछ इतनी प्लानिंग के साथ करते थे कि पुलिस आसानी से इन तक पहुंच नहीं पाती थी. उसने यह भी बताया है कि वह महज 8वीं तक ही पढ़ा है और ओला कैब में ड्राइवर है. पैसे कमाने के शार्टकट तरीके में वह साइबर क्रिमिनल बन बैठा.