नई दिल्ली . भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस बिना गिरफ्तारी जल्द चार्जशीट दाखिल कर सकती है. इसमें उनके करीबी सहयोगी और महासंघ के पूर्व सहायक सचिव विनोद तोमर का नाम भी शामिल है.
सूत्रों के मुताबिक तैयार चार्जशीट में उल्लेख किया गया है कि कॉलम 11 में आरोपी बृजभूषण शरण सिंह और विनोद तोमर के खिलाफ आरोप पत्र उनकी गिरफ्तारी के बिना उच्चतम न्यायालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक दायर किया जा रहा है.
अधिकारियों ने बताया कि जवाब मिलने के बाद पूरक आरोपपत्र दाखिल किए जाएगा. उन्होंने बताया कि टूर्नामेंट के फोटो और वीडियो, मैच के दौरान पहलवान जहां रूकीं थीं उन जगहों की सीसीटीवी फुटेज आदि उपलब्ध कराने का अनुरोध करते हुए नोटिस जारी किया गया है.
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सात जून को ओलंपिक पदक विजेता पहलवानों बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक से मुलाकात की थी और प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को आश्वासन दिया था कि मामले में 15 जून तक आरोपपत्र दाखिल हो जाएगा. इस आश्वासन के बाद पहलवानों ने अपना प्रदर्शन रोक दिया था.
विशेष जांच दल ने 180 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है. पुलिस की टीम उत्तर प्रदेश के गोंडा स्थित भाजपा सांसद बृजभूषण के आवास पर भी गई थी जहां उसने सांसद के रिश्तेदारों, सहकर्मियों, घरेलू कर्मचारियों और उनके सहयोगियों का बयान दर्ज किया.
दरअसल, जांच टीम को अभी कई रिपोर्ट व दस्तावेजों का इंतजार है. इसलिए मामले में जब प्रयोगशालाओं की रिपोर्ट आ जाती है और विदेशी कुश्ती संघ से मांगी गई जानकारी मिल जाती है तो तथ्यों का विश्लेषण करके निष्कर्षों के साथ इस संबंध में पूरक चार्जशीट में शामिल की जा सकती है.
बृजभूषण पर दर्ज हैं दो केस
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ सात महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है. कोर्ट के दखल के बाद दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की थी. पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. वे बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.