दिल्ली में गर्मी के बढ़ते प्रभाव के साथ, बिजली की अधिकतम मांग 7,401 मेगावाट तक पहुंच गई है, जो इस मौसम में अब तक की सबसे अधिक मांग है. वितरण कंपनियों, टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टाटा पावर डीडीएल) और बीएसईएस ने इस बढ़ी हुई मांग को सफलतापूर्वक पूरा करने का दावा किया है. दक्षिण और पश्चिम दिल्ली में बिजली आपूर्ति करने वाली BRPL ने 3285 मेगावॉट की मांग दर्ज की है, जबकि पूर्वी और केंद्रीय दिल्ली में बीवाईपीएल के क्षेत्र में यह मांग 1559 मेगावॉट तक पहुंच गई है. टाटा पावर की बिजली की मांग भी 2,178 मेगावॉट तक पहुंच गई है.
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दिल्ली के स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) के अनुसार, मंगलवार (20 मई) को बिजली की अधिकतम मांग दोपहर 3.11 बजे 7,401 मेगावाट तक पहुंच गई, जो कि सोमवार (19 मई) को 7,265 मेगावाट थी. बीएसईएस के प्रवक्ता ने बताया कि बीआरपीएल (बीएसईएस राजधानी पावर लि.) और बीवाईपीएल (बीएसईएस यमुना पावर लि.) ने अपने वितरण क्षेत्रों में क्रमशः 3,285 मेगावाट और 1,559 मेगावाट की मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया.
उत्तरी दिल्ली में बिजली वितरण करने वाली टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड ने एक बयान में बताया कि बढ़ते तापमान के बावजूद कंपनी ने बिना किसी रुकावट के 2,178 मेगावाट की अधिकतम मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया, जो इस मौसम में अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है.
बीएसईएस ने जानकारी दी है कि इस गर्मी में बीआरपीएल के दक्षिण और पश्चिम दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 4,050 मेगावाट और बीवाईपीएल के पूर्वी और मध्य दिल्ली में 1,900 मेगावाट तक पहुंचने की संभावना है. पिछले वर्ष इसी मौसम में अधिकतम मांग क्रमश: 3,809 मेगावाट और 1,882 मेगावाट थी.
बीएसईएस ने अपने ग्राहकों को विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौतों के माध्यम से बिजली की मांग का सटीक आकलन करने की प्रक्रिया शुरू की है. कंपनी के प्रवक्ता के अनुसार, 2,100 मेगावाट से अधिक क्षमता की हरित ऊर्जा बीएसईएस के वितरण क्षेत्रों में स्थिर बिजली आपूर्ति में महत्वपूर्ण योगदान देगी.
टाटा पावर डीडीएल ने बताया कि कंपनी बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ‘द्विपक्षीय समझौते’ और ‘रिजर्व शटडाउन’ जैसी व्यवस्थाओं के माध्यम से पूरी तरह से तैयार है. इसके अलावा, आपात स्थितियों का सामना करने के लिए कंपनी ने एक्सचेंज से अल्पकालिक बिजली खरीदने की व्यवस्था भी की है.
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दिल्ली में मंगलवार को हीट इंडेक्स 48 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया, जिससे लोगों को असहजता का अनुभव हुआ. गर्मी और नमी के संयोजन से यह स्थिति उत्पन्न हुई, जबकि वास्तविक तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 1.4 डिग्री अधिक था. कुछ क्षेत्रों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस को भी पार कर गया. दिनभर आसमान साफ रहने और तेज धूप के कारण एनसीआर के निवासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ा, और शाम को भी पसीने से तरबतर दिखे. हालाँकि, मौसम विभाग के अलर्ट के बावजूद बारिश नहीं हुई, और बीते 24 घंटों में हवा में नमी का स्तर 70 फीसदी तक पहुंच गया.
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार से मई के मौसम में एक नए पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव देखने को मिलेगा. एनसीआर क्षेत्र में अगले सप्ताह के दौरान हर दिन बादल छाने, तेज हवाएं चलने और हल्की वर्षा की संभावना है, जिससे लू चलने की संभावना समाप्त हो जाएगी और तापमान 40 डिग्री से नीचे रहेगा. विभाग का अनुमान है कि 22 मई तक बारिश हो सकती है, इस दौरान आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. हल्की बारिश के साथ हवा की गति 30-40 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जो गरज के साथ अस्थायी रूप से 50 किमी प्रति घंटे तक भी बढ़ सकती है. इससे न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी, और पारा 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.
बुधवार को आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे. हल्की से बहुत हल्की बारिश के साथ तेज हवाएं 30-40 किमी प्रति घंटे की गति से चल सकती हैं, जो धूल भरी हवाओं के कारण अस्थायी रूप से 50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं. इस दौरान अधिकतम तापमान लगभग 39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा.
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