दिल्ली की सत्ता से बाहर होने के बाद आम आदमी पार्टी अब युवाओं को अपने साथ जोड़ने की मुहिम में जुट गयी है। पार्टी के भीतर से उठ रहे विरोध के स्वर को देखते हुए संगठन को फिर से मजबूत करने अरविंद केजरीवाल ने कमर कस ली है।

इसी कड़ी में हाल ही में AAP ने छात्र विंग एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स यानि ASAP को शुरू करने की घोषणा की थी। शुक्रवार को अब पार्टी के छात्र संगठन ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव में हिस्सा लेने की घोषणा की है। संगठन को बढ़ाने और छात्रों को जोड़ने के लिए पार्टी ने मेंबरशिप नंबर 8588833485 भी जारी किया है।

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केजरीवाल ने युवाओं से की ASAP से जुड़ने की अपील

ASAP के प्रेस कांफ्रेंस में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, आने वाले समय में DUSU चुनाव भी हम लड़ेंगे। हम मेंबरशिप नंबर लॉन्च कर रहे हैं, देश के करोड़ों छात्रों से अपील करे हैं कि वो ASAP से जुड़े।

उन्होंने आगे कहा, युवाओं के मुद्दे चुनौतियों से जूझ रहे हैं, 75 साल से बीजेपी-कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल और छात्र संघ हैं उन्होंने युवाओं के मुद्दे उठाए नहीं है। युवा जाति धर्म की राजनीति से उठना चाहते हैं, छात्रों के मुद्दे उठना चाहते हैं तो हमसे जुड़े। ASAP भारतीय राजनीति में अहम भूमिका निभाएगा।

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सत्ता में रहते हुए भी छात्र संगठन किया गया था लॉन्च

गौरतलब है कि दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के बाद भी आम आदमी पार्टी की ओर से छात्र संगठन का गठन किया गया था और दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव में हिस्सा भी लिया था। लेकिन इन चुनावों में AAP के इस छात्र संगठन को कोई कामयाबी नहीं मिली और यह संगठन सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गया। अब देखने वाली बात होगी कि दिल्ली की सत्ता से बाहर होने के बाद आम आदमी पार्टी का छात्र संगठन कितनी प्रभावी भूमिका निभा सकता है।

ASAP को लॉन्च करने के पीछे का मकसद ?

विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली हार के बाद अरविंद केजरीवाल ने सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी बना ली है। दिल्ली की हार का असर पंजाब पर दिखने लगा है। दिल्ली में मिली हार के बाद पार्टी ने पंजाब में डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की। हालांकि पंजाब में दिल्ली के नेताओं के बढ़ते दखल के खिलाफ भी नाराजगी के स्वर उठने लगे।

ऐसे में पार्टी के अंदरूनी असंतोष और कार्यकर्ताओं की बढ़ती बेरुखी को देखते हुए पार्टी ने छात्र संगठन के गठन का ऐलान किया। पार्टी की कोशिश यह बताने की है कि अभी भी देश के युवाओं में पार्टी के प्रति आकर्षण है और आने वाले समय में पार्टी प्रमुख विकल्प बनकर उभरेगी। इस कवायद के जरिये दिल्ली की सियासत में अरविंद केजरीवाल खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं।

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