नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय को जल्द ही नए कुलपति मिलने जा रहे हैं. भारत के सबसे बड़े केंद्रीय विश्विद्यालय यानी ‘दिल्ली यूनिवर्सिटी’ के वीसी के चयन की प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है. दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति पद की दौड़ में दो-तीन प्रमुख नाम शुरू से शामिल रहे हैं. हालांकि अब फाइनल उम्मीदवार का नाम इसी महीने सामने आ जाएगा. दिल्ली विश्वविद्यालय के नए कुलपति तय करने के लिए 12 से अधिक उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई है. इनमें सबसे प्रमुख नाम जेएनयू के मौजूदा वीसी एम जगदीश कुमार, डीटीयू के वीसी योगेश सिंह, एडीएन वाजपेई और संगीता मिश्रा हैं.

करीब 12 यूनिवर्सिटीज में होनी है कुलपतियों की नियुक्ति

दिल्ली विश्वविद्यालय के अलावा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, असम और राजस्थान स्थित केंद्रीय विश्वविद्यालय, दोनों केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालयों समेत करीब एक दर्जन विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति की जानी है.

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शिक्षा मंत्रालय इस संबंध में चयन प्रक्रिया पूरी कर चुका है. शिक्षा मंत्रालय के प्रस्ताव को राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने पर इन विश्वविद्यालयों के नए कुलपतियों के नाम की घोषणा की जाएगी.

केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति को मंजूरी

इससे पहले शिक्षा मंत्रालय ने जुलाई महीने में शिक्षा मंत्रालय की सिफारिश पर 12 विभिन्न केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपति की नियुक्ति की गई है. भारत के राष्ट्रपति, रामनाथ कोविंद ने जिन 12 विभिन्न केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति को मंजूरी दी है. उनमें हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू, झारखंड, कर्नाटक, तमिलनाडु और हैदराबाद के केंद्रीय विश्वविद्यालय शामिल हैं.

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इनके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ बिहार (गया), मणिपुर यूनिवर्सिटी, मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी, नॉर्थ-ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी और गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी, बिलासपुर विश्वविद्यालयों में भी नए कुलपति की नियुक्ति को भी मंजूरी दे चुके हैं.

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दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हंसराज सुमन का कहना है कि इस संबंध में शिक्षा मंत्रालय से भी मांग की गई है कि जल्द से जल्द दिल्ली विश्वविद्यालय में स्थायी वीसी की नियुक्ति की जाए. स्थायी वीसी की नियुक्ति होने पर नई शिक्षा नीति पर चर्चा की जा सकेगी. उच्च शिक्षा में गुणवत्ता का स्तर बढ़ेगा, साथ ही नए शिक्षकों की नई नियुक्तियां भी संभव होगी.

मिशन मोड में भरे जाएंगे पद

वहीं केंद्रीय शिक्षा मंत्री चाहते हैं कि देश के सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में रिक्त पड़े सभी पदों को मिशन मोड में भरा जाए. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार, केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के 6 हजार 229 पद खाली पड़े हैं. इनमें से 1,012 एससी कैटेगरी से हैं. 592 एसटी, 767 ओबीसी, 805 ईडब्ल्यूएस और 350 दिव्यांग श्रेणी के पद हैं.

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शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक, अब इन पदों को मिशन मोड में भरा जाएगा और सभी केंद्रीय विद्यालय अपने यहां खाली पड़े पदों के लिए तुरंत विज्ञापन निकालेंगे.

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सितंबर महीना एक तरीके से शिक्षक पर्व है. शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट निर्देश देते हुए सभी विश्वविद्यालयों को कहा है कि 6,7,8,9,10 सितंबर तक सभी विश्वविद्यालयों को इन खाली पड़े पदों के लिए विज्ञापन निकालने होंगे, ताकि खाली पड़े सभी पद भरे जा सकें.