दिल्ली में मौसम में बदलाव के नए संकेत दिखाई दे रहे हैं. पिछले तीन दिनों से चल रही तेज हवाओं ने लोगों को गर्मी से कुछ राहत प्रदान की है. हालांकि, कल से हवाओं के थमने की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार से दिल्ली में तापमान में वृद्धि होने की उम्मीद है. इसके साथ ही, कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बादल छाने की भी संभावना बनी हुई है.

आतिशी के विधानसभा क्षेत्र कालकाजी में CM रेखा गुप्ता ने की सौगातों की बौछार, CSR के तहत कराए जाएंगे कई विकास कार्य

मौसम विभाग (IMD) ने सोमवार, 31 मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में तेज हवाओं के साथ अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 33 और 17 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना व्यक्त की है. अगले कुछ दिनों में बारिश की कोई उम्मीद नहीं है. आईएमडी के अनुसार, 1 अप्रैल से तापमान में वृद्धि की संभावना है, और 5 अप्रैल तक यह 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.

दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के औसत से 0.2 डिग्री कम है. मौसम विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान 16.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 1.8 डिग्री कम है. राष्ट्रीय राजधानी में दिन के समय आर्द्रता का स्तर 32 प्रतिशत से घटकर 20 प्रतिशत तक पहुंच गया.

दिल्ली में 29 मार्च को अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के औसत से तीन डिग्री कम है. वहीं, न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो औसत से 2.6 डिग्री कम है. शनिवार को दिल्ली में दिन के समय आर्द्रता का स्तर 34 से 23 प्रतिशत के बीच मापा गया.

दिल्ली के अस्पतालों की हालत पर बोला हाईकोर्ट; 8 साल बाद भी हम वहीं खड़े हैं, सुधार का कोई ठोस कदम नहीं उठाया..

दिल्ली की हवा में हुआ सुधार

दिल्ली सरकार की प्रभावी नीतियों और ठोस प्रयासों के परिणामस्वरूप राजधानी की वायु गुणवत्ता में निरंतर सुधार हो रहा है. रविवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 138 रहा, जबकि शनिवार को यह 153 था और पिछले वर्ष इसी दिन यह 189 था. पर्यावरण मंत्रालय द्वारा रविवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में ‘विकसित दिल्ली संकल्प’ के तहत राजधानी को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए तेजी से कार्य किए जा रहे हैं.

सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए नई तकनीकों को अपनाने की दिशा में प्रयासरत है. पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने वायु प्रदूषण से संबंधित कंपनियों द्वारा प्रस्तुत की गई तकनीकों का अवलोकन किया, जो विशेष रूप से वायु प्रदूषण नियंत्रण में सहायक हैं. इनमें ड्रोन मिस्ट स्प्रिंकलर, आउटडोर एयर प्यूरीफायर और वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन शामिल हैं. इन नवाचारों का उपयोग उन क्षेत्रों में किया जाएगा, जहां प्रदूषण के उच्च स्तर देखे जा रहे हैं, ताकि वायु की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके.

ईद पर पीएम मोदी ने मुस्लिम समाज को दिया स्पेशल मैसेज, जानें राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने क्या कहा?

पर्यावरण मंत्री ने जानकारी दी कि नई दिल्ली क्षेत्र में पोल स्प्रिंकलर स्थापित किए गए हैं, जो धूल नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. ये उन्नत तकनीक शहर में प्रदूषण को कम करने के प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि हम दिल्ली के अन्य क्षेत्रों में भी पोल स्प्रिंकलर का प्रयोगात्मक उपयोग करेंगे.

दिल्ली सरकार ने एक्शन प्लान 2025 के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत की है. इस योजना में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए आधारभूत संरचना को विकसित करने, इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो के नेटवर्क को सुदृढ़ करने, और वाहनों से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने पर जोर दिया जा रहा है. धूल के नियंत्रण के लिए एंटी-स्मॉग गन और मैकेनाइज्ड रोड स्वीपिंग को अनिवार्य किया गया है, जबकि औद्योगिक प्रदूषण को कम करने के लिए नई तकनीकों और अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों को लागू किया जा रहा है.

दिल्ली में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर पौधारोपण, वर्टिकल गार्डन और ग्रीन रूफटॉप की पहल की जा रही है. इसके साथ ही, रियल-टाइम एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन, कृत्रिम मेधा (एआई) पर आधारित प्रदूषण पूर्वानुमान मॉडल और अर्ली वार्निंग सिस्टम पर भी कार्य किया जा रहा है, ताकि प्रदूषण की रोकथाम के लिए समय पर आवश्यक कदम उठाए जा सकें.

यह जानकारी दी जाती है कि एक्यूआई के मान शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में आते हैं.