दिल्ली-NCR में हाल के दिनों में मौसम ने एक नया मोड़ लिया है. कल तेज बारिश के बाद आज फिर से भारी वर्षा ने जनजीवन को प्रभावित किया है. दिल्ली में मूसलधार बारिश से लुटियंस दिल्ली के कई इलाकों में जल जमाव हो गया. जनपथ रोड का एक हिस्सा जलमग्न हो गया, जबकि जनपद से जंतर-मंतर जाने वाली सड़क भी पानी में डूब गई. इसके परिणामस्वरूप कई दुकानों में भी पानी भर गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कुछ क्षेत्रों के लिए ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया था, जिससे दिल्लीवासियों में सतर्कता बनी रही.

‘पीएम नरेंद्र मोदी आतंकवादी हैं…,’ मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साले ने भारतीय प्रधानमंत्री को आतंकी बताया, लिखा- इस्लाम के सबसे बड़े दुश्मन

जलजमाव और ट्रैफिक जाम

आज भी दिल्ली-नोएडा सहित एनसीआर के कई क्षेत्रों में तेज बारिश के कारण जलभराव हो गया है. सड़कों पर पानी जमा होने से यातायात जाम की समस्याएँ उत्पन्न हो गई हैं, जिससे सुबह ऑफिस जाने वाले लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, इस बारिश ने गर्मी और प्रदूषण में कमी लाकर दिल्लीवासियों को कुछ राहत दी है. हर साल मॉनसून के दौरान ऐसा मौसम देखने को मिलता है. मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और बारिश की संभावना जताई है, जिससे नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

IMD के अनुसार, बुधवार को सुबह 5:30 से 8:30 बजे के बीच सफदरजंग में 14.4 मिमी बारिश हुई, जबकि शाम 5:30 बजे तक कुल 9.3 मिमी वर्षा दर्ज की गई. प्रगति मैदान में 16.6 मिमी, पूसा में 23.5 मिमी, जनकपुरी में 9.5 मिमी, नजफगढ़ में 2 मिमी, राजघाट में 38.9 मिमी और लोदी रोड पर 20 मिमी बारिश ने दिल्ली को भिगो दिया. मौसम के लिहाज से, अधिकतम तापमान 30.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4.1 डिग्री कम है.

हफ्तेभर बारिश का अनुमान

आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में अगले सप्ताह हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा. हालांकि, गुरुवार की शाम तक कोई विशेष चेतावनी जारी नहीं की गई है. इस बार बारिश के साथ-साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता भी चर्चा का विषय बनी हुई है. पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा के अनुसार, 2025 में अब तक 118 दिन ऐसे रहे हैं जब दिल्ली की हवा ‘साफ’ श्रेणी में रही. बुधवार को शहर का एक्यूआई 67 दर्ज किया गया, जो संतोषजनक माना जा रहा है. यह जुलाई पिछले दस वर्षों में सबसे साफ महीना रहा है.

बढ़ते जलस्तर ने बढ़ाई चिंता

बुधवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर 204.1 मीटर के आसपास रिकॉर्ड किया गया. फ्लड कंट्रोल विभाग के अनुसार, यमुना में 204.50 मीटर को चेतावनी स्तर और 205.33 मीटर को खतरे का स्तर माना जाता है. इस प्रकार, वर्तमान में नदी चेतावनी स्तर के बहुत निकट है.

इरीगेशन और फ्लड कंट्रोल विभाग का निरीक्षण

सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने बढ़ते खतरे के मद्देनजर यमुना नदी के बहाव और खतरे के निशान का निरीक्षण किया. पुराने लोहे के पुल से ली गई ताजा तस्वीरों में यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है. नदी का प्रवाह इतना तीव्र है कि वह छोटे पेड़, झाड़ियां और मलबा अपने साथ बहा ले जा रहा है. केवल आधे घंटे में यमुना का जलस्तर बढ़ने से खतरे की स्थिति का संकेत मिलता है.

प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

यमुना के किनारे स्थित निचले क्षेत्रों जैसे यमुना बाजार, मजनूं का टीला, वज़ीराबाद, गीता कॉलोनी, और बोट क्लब के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. दिल्ली प्रशासन ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है और राहत टीमों को तैयार रहने के लिए कहा है. प्रशासन ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें, नदी के निकट न जाएं, और किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों से संपर्क करें. यमुना के जलस्तर की निगरानी के लिए 24 घंटे की मॉनिटरिंग की जा रही है.

AAP का BJP पर तंज, ‘फ्री वॉटर स्पोर्ट्स’ का ताना

बारिश के बाद दिल्ली के संगम विहार, एमबी रोड, महरौली-बदरपुर रोड, कैलाश कॉलोनी, साउथ एक्सटेंशन, आईटीओ और एनएच-8 जैसे क्षेत्रों में यातायात बाधित हो गया. जलभराव के कारण कई गाड़ियां फंस गईं, जिससे लोग पैदल चलने को मजबूर हो गए. इस स्थिति पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधा. आप नेताओं ने सोशल मीडिया पर जलभराव के वीडियो साझा करते हुए “दिल्ली में फ्री वॉटर स्पोर्ट्स” जैसी टिप्पणियां कीं. प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने एक महिला को बाथटब में तैरते हुए दिखाने वाला वीडियो साझा कर बीजेपी सरकार पर कटाक्ष किया.

PWD की कार्रवाई और मौसम विभाग की अगली चेतावनी

बुधवार, 23 जुलाई को शाम 5:30 बजे तक सफदरजंग में 9.3 मिमी, लोधी रोड पर 11.2 मिमी और प्रगति मैदान में 6 मिमी वर्षा दर्ज की गई. लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों के अनुसार, भारी बारिश के बावजूद मिंटो ब्रिज अंडरपास जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में कोई गंभीर समस्या उत्पन्न नहीं हुई.

हालांकि, बाढ़ नियंत्रण कक्ष को जलभराव के लगभग 20 मामले दर्ज हुए. प्रभावित क्षेत्रों में ओल्ड रोहतक रोड, नंद नगरी, ओखला मेन रोड और गाजीपुर मुर्गा मंडी शामिल थे. अधिकारियों ने बताया कि जलनिकासी के लिए पंपिंग और त्वरित प्रतिक्रिया दल पहले से ही तैनात किए गए थे, जिससे अधिकांश स्थानों पर एक घंटे के भीतर पानी को हटा लिया गया.

IMD का पूर्वानुमान और सुरक्षा सुझाव

मौसम विभाग के अनुसार, बारिश के कारण अधिकतम तापमान 30.8°C और न्यूनतम तापमान 25.6°C दर्ज किया गया, जो सामान्य स्तर से कम है. इस स्थिति ने उमस से कुछ राहत प्रदान की, लेकिन जलभराव की समस्या ने नागरिकों को परेशान किया. आज भी बादल छाए रहने और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है. अधिकारियों ने लोगों को घरों में रहने, ट्रैफिक अपडेट पर ध्यान देने और बिजली के खंभों तथा पेड़ों से दूर रहने की सलाह दी है.