दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार ने अपने चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) ने दिल्ली में अटल कैंटीन (Atal Canteen)खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस योजना के तहत, दिल्ली में 100 अटल कैंटीन स्थापित करने के लिए एक नौ सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जो कैंटीन खोलने के कार्य को आगे बढ़ाएगी.
तिहाड़ में कैदी ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, खिड़की से लगाया फंदा और झूल गया, चल रहा था इलाज
दिल्ली में लोग अब महज पांच रुपए में एक बार का भरपेट भोजन कर सकेंगे, क्योंकि यहां की कैंटीन में रोटी, सब्जी, दाल और चावल जैसी चीजें परोसी जाएंगी. दिल्ली सरकार राजधानी में 100 अटल कैंटीन स्थापित करने की योजना बना रही है.
सस्ता और पौष्टिक भोजन
अटल कैंटीन का उद्देश्य गरीबों, मजदूरों, रिक्शा चालकों, दिहाड़ी कामगारों, छात्रों और जरूरतमंदों को सस्ता और पौष्टिक भोजन प्रदान करना है. यह कैंटीन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में स्थापित की जा रही है. इसके उद्घाटन की योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन, 17 सितंबर 2025, के आस-पास की गई है.
सुप्रीम कोर्ट ने इस राज्य में रद्द की नियुक्ति; 1,158 की जाएगी नौकरी, परीक्षा पर भी उठाया सवाल
5 रुपये में मिलेगा खाना
दिल्ली सरकार की अटल कैंटीन योजना के अंतर्गत, राजधानी के झुग्गी-झोपड़ी क्षेत्रों, निर्माण स्थलों, बस स्टैंड और बाजारों के निकट कैंटीन खोली जाएंगी, जिससे जरूरतमंद लोगों को भोजन प्राप्त करना आसान हो सके. इस योजना का मुख्य उद्देश्य कम कीमत पर भोजन उपलब्ध कराना है, जिसमें केवल 5 रुपए में चावल, दाल, सब्जी और रोटी मिलने का दावा किया गया है. यह पहल हरियाणा की अटल किसान-मजदूर कैंटीन और तमिलनाडु की अम्मा कैंटीन से प्रेरित है.
2 टाइम का भोजन मिलेगा
राजधानी में यह योजना पहली बार व्यापक स्तर पर लागू होने जा रही है, जिसके लिए सरकार ने 2025-26 के बजट में 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस योजना के संदर्भ में कहा कि इसका उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करना है.
देश का मेडिकल हब बनेगा दिल्ली, 7 अधूरे अस्पताल बनेंगे सुपर स्पेशियलिटी सेंटर
रोटी बनाने वाली मशीन का उद्घाटन
इन कैंटीनों का संचालन स्वयं सहायता समूहों और गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से किया जाएगा, जहां दिहाड़ी मजदूरों और छात्रों के लिए सुबह और दोपहर का भोजन उपलब्ध होगा. शालीमार बाग में एक स्वचालित रोटी बनाने वाली मशीन के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि ये मशीनें कैंटीनों में भोजन तैयार करने में सहायक होंगी.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक