आमतौर पर सामान्य धान का चावल 50-60 रुपये प्रति किलो में बिकता है. जबकि, काले चावल बाजार में 200 रुपये से 500 रुपये किलो तक बिकते हैं.
काले धान (Black Rice) की खेती आम धान की तरह ही की जाती है, लेकिन इसका चावल अन्य किस्मों की तुलना में दोगुनी कीमत पर बिकता है. आमतौर पर सामान्य धान का चावल 50-60 रुपये प्रति किलो में बिकता है. जबकि, काले चावल बाजार में 200 रुपये से 500 रुपये किलो तक बिकते हैं.
इसे खाड़ी देशों के साथ ही कई यूरोपीय देशों में निर्यात किया जाता है. अगर किसान भाई काले धान (Black Rice) की खेती करते हैं, तो अधिक मुनाफा कमा सकते हैं, क्योंकि यह बासमती से भी काफी महंगे बिकते है. इन दिनों भारत में काले चावल की मांग बढ़ गई है.
Black Rice पर चिकित्सकों की सलाह (black rice benefits in hindi)
लोग मोटी रकम खर्च कर काले चावल का सेवन कर रहे हैं. कहा जाता है कि काला चावल खाने से शुगर की बीमारी कंट्रोल में रहती है. साथ ही काला चावल ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी के लिए भी रामबाण है. हमेशा काला चावल खाने से शरीर स्वस्थ रहता है. साथ ही शरीर में रोग से लड़ने की क्षमता भी बढ़ जाती है. ऐसे में अगर किसान भाई ब्लैक राइस की फार्मिंग करते हैं, तो अच्छी कमाई कर सकते हैं.
काले धान की किस्म
अधिक कीमत और कई पोषक तत्वों से लैस होने के चलते काला धान की बाजार में खूब मांग है. खरीफ सीजन में काला धान की बुवाई की तैयारी कर रहे किसान आधुनिक विधियां अपनाकर बंपर उपज हासिल कर सकते हैं. काला धान की किस्मों में कालाबाती और चखाओ खूप पॉपुलर हैं. काला चावल की बाजार में कीमत 250 रुपये से 500 रुपये किलो तक मिल रही है.
जैविक विधि से उगाया जाता है धान
काले चावल को अपना काला आकर्षक रंग एंथोसायनिन से मिलता है, एक प्राकृतिक काले रंग का रंगद्रव्य जो इन चावलों को असाधारण एंटीऑक्सीडेंट और अन्य हेल्थ बेनेफिट्स वाला बना देता है. इसे जैविक तरीके से उगाया जाता है, जिससे इसकी न्यूट्रीशन वैल्यू बढ़ जाती है. किसान काला धान बुवाई के दौरान जीबामृत, वर्मीकम्पोस्ट और जैव उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं. इसकी खेती में रासायनिक खादों के इस्तेमाल से बचा जाता है.
एक एकड़ में 15 क्विंटल तक उत्पादन
काले धान की फसल का भी आम धान के फसल की तरह ही बाली की शुरुआत और दाना भराव से होती है. इसका उत्पादन औसतन प्रति एकड़ 12-15 क्विंटल होता है. काले चावल का इस्तेमाल ज्यादातर औषधि के रूप में खीर के रूप में किया जाता है. काले चावल का आटा, सूजी, सिरप, बीयर, वाइन, केक, ब्रेड, लड्डू और अन्य मीठे खाद्य पदार्थ और ब्यूटी प्रोडक्ट समेत कुछ अन्य वस्तुओं को बनाने में किया जाता है.
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