पटना। बिहार में शिक्षक नियुक्ति की तैयारी कर रहे लाखों अभ्यर्थियों के हित में राजद सांसद सुधाकर सिंह ने एक बार फिर आवाज बुलंद की है। बुधवार को उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखते हुए आग्रह किया कि राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) को साल में दो बार आयोजित किया जाए, ताकि योग्य अभ्यर्थी TRE 4.0 जैसी महत्वपूर्ण शिक्षक बहाली प्रक्रिया में भाग ले सकें।
भाग नहीं ले पाएंगे
सांसद ने अपने पत्र में चिंता व्यक्त करते हुए लिखा कि वर्ष 2024 के वार्षिक परीक्षा कैलेंडर में स्पष्ट रूप से उल्लेख था कि STET दो बार आयोजित होगी, लेकिन अब तक सिर्फ एक बार परीक्षा कराई गई है। इससे खास तौर पर बीएड सत्र 2022-24 के छात्रों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है, क्योंकि वे TRE 4.0 में भाग नहीं ले पाएंगे।
कोई ठोस पहल नहीं की गई
उन्होंने लिखा कि यह स्थिति केवल अभ्यर्थियों की नहीं बल्कि संबंधित विभागों की लापरवाही का नतीजा है। बीते 8 महीनों में अभ्यर्थियों ने 10,000 से अधिक पत्र, हजारों ईमेल और ज्ञापन शिक्षा विभाग व परीक्षा समिति को भेजे, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई परीक्षा समिति ने यह स्पष्ट किया है कि STET केवल शिक्षा विभाग के निर्देश पर ही आयोजित की जा सकती है। वहीं, शिक्षा विभाग की ओर से कोई आधिकारिक आदेश अब तक जारी नहीं हुआ है।
अभ्यर्थियों का भविष्य सुरक्षित हो सके
इतना ही नहीं, पटना उच्च न्यायालय के निर्देश (CWJC 582/2025) के बावजूद अब तक न तो शिक्षा विभाग और न ही परीक्षा समिति की ओर से कोई ठोस निर्णय सामने आया है। अंत में, सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे शिक्षा विभाग को तत्काल आवश्यक निर्देश दें ताकि STET की तिथि घोषित की जा सके और उसका आयोजन सुनिश्चित हो। साथ ही उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि STET को CTET/UGC-NET की तर्ज पर साल में दो बार नियमित रूप से कराया जाए, जिससे योग्य अभ्यर्थियों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
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