शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव पिछले ढाई साल से नहीं हुआ है. अब चुनाव कराने की मांग तेज हो गई है.  राजधानी भोपाल स्थित नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के बंगले के बाहर पूर्व पार्षद और अध्यक्षों ने धरना दे दिया है. प्रदेश के अलग-अलग इलाकों से पूर्व पार्षद और अध्यक्ष पहुंचे हुए हैं. जल्द से जल्द नगरीय निकाय के चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं.

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धरने पर बैठे पूर्व पार्षदों का कहना है कि पिछले ढाई साल से नगरीय निकाय के चुनाव नहीं हुए हैं. अगर चुनाव नहीं करवाए जा रहे हैं, तो पूर्व सरपंचों की तरह हमें भी अपना अधिकार दिया जाए. नगरीय निकाय में जनप्रतिनिधि नहीं होने के कारण जनता परेशान हो रही है. नगरीय निकाय में अधिकारी अपनी मनमर्जी चला रहे हैं.

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बता दें कि मध्यप्रदेश के नगरीय निकायों का कार्यकाल समाप्त हो गया है. जिस कारण उन निकायों में प्रशासकों की नियुक्ति की गई है. प्रदेश के सभी निकाय प्रशासक के हवाले कर दिया गया है. इस तरह पहली बार प्रदेश के सभी 412 नगरीय निकाय प्रशासक चलाएंगे. नगरीय निकायों के आरक्षण का मामला अदालत में होने से चुनाव नहीं हो पा रहे हैं. चुनाव नहीं होने के कारण सभी निकायों का कार्यकाल पूरा हो गया है. ओबीसी आरक्षण मामला क्लियर होने के बाद ही चुनाव होंगे. प्रदेश के किसी भी निकाय में जनता के चुने जनप्रतिनिधि, महापौर, अध्यक्ष नहीं हैं.

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