रोहित कश्यप, मुंगेली. लोरमी में एक के बाद एक सियासी भूचाल देखने को मिल रहा है. हाल ही में लोरमी नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों ने जो मोर्चा खोला है वह मामला अभी पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ है, अब यहां एक और नया सियासी बवंडर शुरू हो गया है.

दरअसल, लोरमी जनपद अध्यक्ष के कामकाज से असंतुष्ट 16 जनपद सदस्यों ने कलेक्टर को अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए आवदेन प्रस्तुत किया है. बता दें कि लोरमी जनपद पंचायत में मीना नरेश पाटले अध्यक्ष हैं. इस जनपद में कुल 25 जनपद सदस्य हैं, जिनमें से 16 जनपद सदस्यों ने जनपद अध्यक्ष के खिलाफ नाखुशी जाहिर करते हुए उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कलेक्टर राहुल देव को आवदेन दिया है. जिसके बाद से क्षेत्र में राजनीति पारा हाई होने लगा है. जनपद सदस्यों ने जनपद अध्यक्ष मीना नरेश पाटले के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कलेक्टर को सौंपे आवदेन को आधार बताते हुए कहा है कि जनपद अध्यक्ष के द्वारा निर्वाचित जनपद सदस्यों को विश्वास में लिए बिना कार्य किया जाता है.

सदस्यों का कहना है कि जनपद अध्यक्ष जनहित के कार्यो में उनको सहयोग ना करते हुए मनमानी पूर्वक निर्णय लिया जाता है. जनपद सदस्यों ने ये भी कहा है कि जनपद अध्यक्ष के उपेक्षा पूर्ण व्यवहार के कारण शासन की जनकल्याणकारी कार्यो का लाभ लोगों को समय पर नहीं मिल पा रहा है. जिससे लोगों को शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है. लोरमी जनपद अध्यक्ष वैसे तो कांग्रेस समर्थित बताए जा रहे हैं. वहीं उनके खिलाफ मोर्चा खोलने वाले जनपद सदस्यों का दावा है कि अविश्वास प्रस्ताव की मांग करने वाले जनपद सदस्यों में कांग्रेस बीजेपी के अलावा निर्दलीय और दल से समर्थित जनपद सदस्य भी शामिल हैं.

दावा ये भी किया जा रहा है कि उनके पास पूर्ण बहुमत है और वे अविश्वास प्रस्ताव पास करने में कामयाब होंगे. फिलहाल कलेक्टर राहुल देव ने उनके आवेदन पर उचित कार्रवाई का आश्वसन है.