नितिन नामदेव, रायपुर। जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने की मांग को लेकर नीलकंठ सेवा संस्था के सदस्यों ने डिप्टी सीएम अरुण साव से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. इस दौरान मांग पूरा नहीं होने पर निरंतर आंदोलन करने की चेतावनी दी. इसे भी पढ़ें : जगदलपुर में दोहरे मर्डर पर गरमाई सियासत, पीसीसी चीफ बैज का सरकार से सवाल – यह सुशासन है, या जंगल राज?

मामले को जानकारी देते हुए संस्था के प्रमुख नीलकंठ त्रिपाठी ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट एवं जनसांख्यिकीय असंतुलन के कारण भारत राष्ट्र के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं, जिनके समाधान के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाकर अविलंब लागू करने के संबंध में हमने डिप्टी सीएम अरुण साव को ज्ञापन सौंपा है.

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति से लेकर अब तक भारत ने प्रत्येक क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है. खाद्यान अनुपलब्धता से लेकर खाद्यान आत्मनिर्भरता एवं निर्यात तक तथा बांध बनाने से लेकर चांद पर पहुंचने तक विकास की लंबी यात्रा हमने तय की है. परंतु 1952 में विश्व में सर्वप्रथम परिवार नियोजन कार्यक्रम प्रारंभ करने वाले भारत में सुरसा के मुंह की तरह बढ़कर 143 करोड़ के आंकड़े को पार कर चुकी जनसंख्या के कारण यह विकास ऊंट के मुंह में जीरे के समान साबित हो रहा है.

जनसंख्या विस्फोट एवं जनसांख्यिकीय असंतुलन की समस्या पर कुशल एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग पर देश के लोगों का समर्थन जुटाने के उद्देश्य से विगत 10 वर्षों से अधिक समय से श्री नीलकंठ सेवा संस्था द्वारा देशभर में हजारों छोटी-बड़ी सभाएं, बड़ी-बड़ी रैलियां, ज्ञापन, सेमिनार, पदयात्राएं आयोजित की जा रही है.