रायपुर। राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय ने किसान बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे किसान भाइयों एवं बहनों को नक्सली एवं ख़ालिस्तानी कहा है, इनके द्वारा पूर्व में भी ऐसे बयान दिया जा चुका है. विनोद तिवारी ने राजनांदगांव सांसद के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा कि सांसद संतोष पांडेय ने बहुत ही शर्मनाक बयान देते हुए किसानों के सम्मान पर हमला किया है. लगता है कि सांसद पांडेय की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. 47 दिन से इस कड़ाके की ठंड में जब लोग हीटर चलाकर घर में सोते है. ऐसी भयानक ठंड में हमारे किसान भाई बहन किसान बिल के ख़िलाफ़ सड़क की लड़ाई लड़ रहे है और ये साथ देने के बजाय उल्टा अपमान कर रहे है.

सांसद जैसे गरिमामय पद पर बैठे लोगों का ऐसा ग़ैर ज़िम्मेदार बयान बहुत ही दुखदायी है. किसानों के हित की रक्षा करना सरकार का काम है जो काम सांसद और सरकार को करना चाहिये वो काम किसान कर रहे है और ये निकम्मे किसान विरोधी सांसद किसान के पक्ष में दो शब्द तो बोल नहीं पा रहे है, उल्टा मोदी को खुश करने ऐसा स्तरहीन शर्मनाक बयान दे रहे हैं.

विनोद तिवारी ने सोमवार को शाम 6 बजे थाना सिविल लाइन पहुंच कर सांसद संतोष पांडेय के ख़िलाफ़ FIR दर्ज करने लिखित शिकायत की गई है. शिकायत पत्र में कहा है कि खैरागढ़ के राजपूत क्षत्रिय भवन में संतोष पांडे पार्टी विशेष की बैठक में आंदोलनरत किसानों के लिए नक्सली व खालिस्तान समर्थक शब्द का उपयोग किया जा कर संपूर्ण कृषक समुदाय को संवैधानिक अधिकारों के तहत स्वतंत्रता का अधिकार के तहत कर रहे शांतिपूर्वक आंदोलन ( जो की जायज मांगों के लिए किया जा रहा है ) पर अपनी दमनकारी व कुत्सित प्रयासों के द्वारा कुचलने का बयान अत्यंत आपत्तिजनक व अपमान जनक है. पूर्व में भी इनके द्वारा किसान भाइयों को अर्बन नक्सली कहा गया था.

इस आपत्तिजनक कृषक आंदोलन के परिपेक्ष में संतोष पांडे द्वारा दिया गया बयान संलग्न कर अनुरोध किया गया है कि संतोष पांडे के विरुद्ध राष्ट्रीय अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले लांछन प्राखयान के लिए ( धारा 153 ख भादवि ) तथा लोक रिष्टि कारक वक्तव्य देने के लिए (धारा 504 भादवि ) एवं बलवा करने के लिए उकसाये जाने के लिए एवं धारा 295-A 298, 269, 188 भारतीय दंड विधान के तहत प्राथमिकी सूचना रिपोर्ट दर्ज की जाए.