सुशील खरे, रतलाम। रतलाम विधानसभा चुनाव समय नजदीक आते आते राजनीतिक हलचल के साथ साथ उथल पुथल भी सामने आने लगी है। रतलाम में बीती रात बीजेपी के एक आयोजन में शहर की राजनीति में नए समीकरण बनने के संकेत मिले है। इस आयोजन से बीजेपी की गुटबाजी सड़क पर आ गई है। वहीं कांग्रेस इस आयोजन को लेकर अब आगामी चुनाव का रास्ता साफ होने का दावा कर रही है।

दरसल रतलाम में बीती रात भाजपा के बैनर और झंडे के साथ एक भव्य दीप मिलन समारोह हुआ। कार्यक्रम में बीजेपी के पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी, वरिष्ठ सक्रिय पदाधिकारी अशोक चौटाला, सीमा टांक समेत कई कार्यकर्ता शामिल हुए। इनमें बीजेपी के वे कार्यकर्ता भी शामिल थे जो बीते नगर निगम चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज थे।

इस समारोह में शहर विधायक चेतन कश्यप, बीजेपी के जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, महापौर, निगम अध्यक्ष शामिल नहीं हुए। हिम्मत कोठारी ने बड़े नेताओं के शामिल नहीं होने पर कहा कि यह पार्टी या किसी नेता का नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं का आयोजन था। इसकी पूरी तैयारी कार्यकर्ताओ ने की। सभी को निमंत्रण दिया गया। जो नहीं आये वे भविष्य में जरूर आएंगे। उन्होंने कहा कि कई सारी गलत फहमियां इस तरह के आयोजन में मिलने से दूर होती है

इस संबंध में विधायक चेतन ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि अब भाजपा के इस आयोजन को लेकर कांग्रेस खुश है। कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने कहा कि आयोजन ने साफ कर दिया है कि बीजेपी में कलह चरम पर है। एक गुट कार्यकर्ताओं को गुलाम बनाना चाहती हैं तो दूसरी ओर एक स्वतंत्र कार्यकर्ता बीजेपी की अलग पहचान बनाना चाहते हैं। कांग्रेस नेता सकलेचा ने कहा कि महापौर के चुनाव में भाजपा की जीत का अंतर 57 हजार से 8 हजार पर आ गई, जो विधायक के लिए खतरे की घंटी है।

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