नई दिल्ली . राजधानी में बाढ़ के बाद डेंगू का अलर्ट घोषित किया गया है. दिल्ली सरकार ने बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पतालों को बिस्तर आरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं. वहीं, स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने के लिए है.

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बताया कि मुख्यमंत्री की उच्चस्तरीय बैठक में स्वास्थ्य, शिक्षा, एमसीडी, दिल्ली जल बोर्ड, दिल्ली कैंट बोर्ड समेत अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.

दवाई का इंतजाम रखें सभी अस्पताल स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वो अस्पतालों में डेंगू मरीजों के समुचित इलाज के लिए पुख्ता इंतजाम करे. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, अस्पतालों को निर्देश दिया है कि वे डेंगू मरीजों के लिए बेड आरक्षित रखें. सभी अस्पताल, मोहल्ला क्लीनिक पर सुनिश्चित कराया जाएगा कि पैरासीटामोल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो. सभी केमिस्ट को दिशा-निर्देश दिए गए हैं कि वो बुखार होने पर खून पतला करने की दवा न दें, क्योंकि खून पतला होने से मरीज की तबीयत और अधिक बिगड़ जाती है. इसलिए सतर्क रहने की आवश्यकता है.

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि शिक्षा विभाग को पिछले दिनों निर्देश दिए गए थे कि वह बच्चों को पूरे हाथ-पैर तक के कपड़े पहनने के लिए कहे, लेकिन हमने देखा है कि अभी तक काफी स्कूल इसका पालन नहीं कर रहे हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बैठक में शिक्षा विभाग के निदेशक से कहा कि वे इसका सख्ती से पालन कराएं. दिल्ली में सरकारी, प्राइवेट और एमसीडी स्कूल इसका कड़ाई से पालन करेंगे. डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है. इसलिए स्कूल बच्चों को पहले हफ्ते घर के लिए रिपोर्ट कार्ड देंगे, जिसमें बच्चे बताएंगे कि उनके घर के आसपास कहीं पानी तो नहीं भरा है. इसके बाद अगले हफ्ते स्कूल उसे चेक करेंगे. फिर स्कूल होम वर्क के तौर पर रिपोर्ट कार्ड देंगे.

ये अहम फैसले लिए गए

● कोरोना के लिए बनी हेल्पलाइन अब डेंगू के लिए भी होगी

● डेंगू की रोकथाम के लिए 24 घंटे सातों दिन कंट्रोल रूम काम करेगा

● तीन हजार आशा वर्करों को भी डेंगू की रोकथाम के काम में लगाने के निर्देश

● मेट्रो स्टेशन पर एनाउंसमेंट के जरिए डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम शुरू

● राजधानी के बाजारों में स्थित लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा

● दिल्ली पुलिस से मालखानों की सफाई अच्छे से करने के लिए कहा गया

● सभी विभागों को अपने दफ्तरों के अंदर और बाहर सफाई सुनिश्चित करानी होगी

डेंगू के लक्षण

बुखार: डेंगू के मरीजों में तेज बुखार होता है जो अचानक आने वाला और बार-बार उठने वाला होता है.

सिरदर्द: डेंगू में सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द का अनुभव होता है.

शरीर में दर्द: डेंगू में जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द होता है, जिससे मरीजों को तकलीफ होती है.

सूखी खांसी: डेंगू में सूखी खांसी की समस्या हो सकती है.

छाती में दर्द: डेंगू के मरीजों को छाती में दर्द हो सकता है, जिससे उन्हें सांस लेने में परेशानी होती है.

चक्कर आना: डेंगू के मरीजों को चक्कर भी आ सकता है.

डेंगू मरीजों के प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के घरेलू उपाय

पपीता: पपीते में प्लेटलेट्स को बढ़ाने वाले एंजाइम पाए जाते हैं. रोजाना पपीते का जूस पीने से प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ सकती है.

पपीते के पत्ते: पपीते के पत्तों का रस भी प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने में मदद करता है. इसके लिए पपीते के पत्तों को पीसकर उसका जूस निकाले और रोजाना दो बार पीएं.

गिलोय: गिलोय का जूस प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद कर सकता है. इसे खाने से पहले अच्छे से धोकर चबा कर खाएं या उसका रस निकालकर पिएं.

विटामिन सी: विटामिन सी से भरपूर फूड जैसे कि आमला, नींबू, अमरूद आदि प्लेटलेट्स को बढ़ाने में मदद करते हैं.

तरल पदार्थ: प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने के लिए प्रतिदिन पर्याप्त पानी पीना अत्यंत महत्वपूर्ण है. इससे आपके शरीर के खून की प्लाज्मा का स्तर बना रहता है और प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ती है.