मनोज उपाध्याय, मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के गांव गुल्लखेरा में डेंगू पूरी तरह से अपने पैर पसार चुका है। इस गांव की आबादी लगभग 500 से 600 से है। जिसमें से 50 प्रतिशत तक लोग बीमार हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह बुखार घर में एक व्यक्ति को आता है, जैसे ही एक व्यक्ति को दिखाकर अस्पताल से लौटते है दूसरा बीमार हो जाता है। ऐसे ही यह क्रम लगातार बढ़ता गया और गांव की 50 प्रतिशत आबादी इस बीमारी की चपेट में आ गई।
प्लेटलेट्स हो रही डाउन
गांव के लोगों ने कहा कि इस बीमारी के कारण पहले हाथ पैर में दर्द होता है और बुखार आता है। बुखार की दवाई लेने से भी आराम नहीं मिलता है कि दूसरे दिन प्लेटलेट्स डाउन हो जाती है और बीमारी बढ़ती ही चली जाती है।
आज तक नहीं देखी ऐसी बीमारी!
गांव की महिलाओं का कहना है हमारी शादी को इस गांव में 50 साल हो गए, लेकिन आज तक ऐसी बीमारी इस गांव में नहीं फैली है। पता नहीं अबकी बार कौन सी महामारी फैली है जो रुकने का नाम नहीं ले रही है।
स्वास्थ्य विभाग की कोई व्यवस्था नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि यह शिकायत हमने सरपंच और पहाड़गढ़ बीएमओ से की थी, तब उन्होंने फोन नहीं उठाया। अभी तक कोई भी जांच टीम गांव में नहीं पहुंच पाई है और ना ही हमको कोई भी इलाज मिल पाया है। हम लोग प्राइवेट डॉक्टरों से दवा लेकर परेशान हो चुके है। पैसे पूरे खर्च हो चुके हैं अब हमारे पास कुछ नहीं बचा है।
6 अक्टूबर महाकाल भस्म आरती: भगवान महाकाल के मस्तक पर त्रिपुंड अर्पित कर श्रृंगार
बच्चों से लेकर बुजुर्ग सब बीमार
बता दें कि इस गुल्लखेरा गांव में बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग सब बीमार है। हर परिवार में 50 प्रतिशत लोग बीमार है। वहीं किसानी का समय चल रहा है और इनकी खरीफ की फसल भी खेतों में खड़ी हुई है। इस बुखार के कारण फसल भी नहीं काट पा रहे है, जिसके कारण इनका नुकसान हो रहा है।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus