पटना। जिले में डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। जुलाई तक जहां केवल 24 डेंगू के केस रिपोर्ट हुए थे, वहीं अगस्त में 71 नए मामले सामने आए हैं। यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के लिए चिंता का कारण बन गई है। सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने इस बारे में चेतावनी दी है और नागरिकों से अपील की है कि वे विशेष सावधानी बरतें ताकि इस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
सिविल सर्जन की सलाह, पानी जमा न होने दें
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति को अपने घर और आसपास के क्षेत्रों में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कहीं भी पानी जमा न हो। उन्होंने खासकर टूटे-फूटे बर्तनों, गमलों और छतों पर पानी जमा होने की स्थिति को लेकर सावधान रहने की सलाह दी। यदि पानी हटाना संभव न हो तो उसमें किसी भी प्रकार का तेल डालने की सलाह दी, ताकि मच्छर अंडे न दे सकें। डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि अगर किसी व्यक्ति को तेज बुखार, शरीर में दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते जैसी समस्याएं हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डेंगू एक वायरल संक्रमण है, जो एडीस एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है।
एनएमसीएच में डेंगू मरीजों की स्थिति
पटना के एनएमसीएच अस्पताल में डेंगू के तीन मरीज भर्ती हैं। अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. राजीव रंजन सिन्हा ने बताया कि डेंगू के मरीजों के लिए अस्पताल में 40 बेड रिजर्व किए गए हैं, जिनमें 20 बेड पुरुष और 20 बेड महिला मरीजों के लिए हैं। अगर मरीजों की संख्या और बढ़ती है, तो बेडों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में बुधवार को डेंगू के 50 सैंपल की जांच की गई, जिसमें से दो की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन दोनों मरीजों में एक कुम्हरार की 22 साल की महिला और दूसरा संपतचक का पुरुष है। ओपीडी में इलाज कराने आए इन मरीजों की डेंगू की जांच की गई और रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
बचाव के उपाय: हर किसी का कर्तव्य
सिविल सर्जन और स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा डेंगू से बचाव के उपायों पर जोर दिया जा रहा है। घर के आसपास और छत पर पानी जमा न होने देने की अपील की गई है। कूलर, गमले और पुराने बर्तनों में पानी जमा होने से मच्छरों का प्रजनन स्थल बनता है, जिसे नियमित रूप से खाली करना चाहिए। इसके अलावा, दिन के समय भी मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह दी गई है। शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनने और मच्छर भगाने वाली क्रीम या लोशन का उपयोग करना भी एक प्रभावी उपाय है।
संयुक्त प्रयास से ही मिलेगा समाधान
डेंगू की समस्या केवल प्रशासन का नहीं, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी है। यदि हर व्यक्ति अपने घर और आसपास के क्षेत्र को साफ रखे और मच्छरों के प्रजनन स्थलों को न बढ़ने दे, तो डेंगू जैसे संक्रमण से निपटना संभव होगा। पटना और आसपास के क्षेत्रों में डेंगू के मामलों में वृद्धि को देखते हुए सभी नागरिकों को अपने स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सक्रिय कदम उठाने की जरूरत है।
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