सुशील सलाम, कांकेर। शिक्षा विभाग में वर्ष 2014 में हुए 1 करोड़ 21 लाख के घोटाला में तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी एमआर खांडे और सहायक ग्रेड 3 हीरा लाल पटेल को न्यायालय ने 5 – 5 साल कारावास की सजा सुनाई है. शिक्षा विभाग का चेक बाउंस होने से मामले का खुलासा हुआ था.

जानकारी के अनुसार, डीईओ और बाबू ने मिलकर वर्ष 2013 में स्टेशनरी खरीदी के नाम पर बिना सामग्री पहुंचाये विभिन्न फर्मों को 1 करोड़ 21 लाख का भुगतान कर दिया था. इस मामले का भंड़ाफोड़ वर्ष 2014 में हुआ था, जिसके बाद मामला दर्ज कर पुलिस ने अदालत में मामला पेश किया था. सुनवाई में आरोप सही पाए जाने के बाद अब जाकर सजा सुनाई गई है.

बता दें कि मामले में जिस बाबू हीरालाल पटेल को सजा सुनाई गई है, वह पहले भी इस तरह के गड़बड़ियों में न्यायालय से सजा प्राप्त कर चुका है. पूर्व में चेक बाउंस के दो मामलों में छह माह और तीन माह की सजा के साथ ही 1.60 लाख रुपए का अर्थदंड दिया गया था. बाबू को उसकी गड़बड़ी के मद्देनजर पूर्व में ही विभाग बर्खास्त कर चुका है.

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