पुरुषोत्तम पात्र,गरियाबन्द (देवभोग). जिले के देवभोग ब्लॉक के स्कूलों में डीईओ ने 17 स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण करने पर 14 स्कूलों में अनियमितता मिली. आचरण के विपरीत पाए जाने वाले 4 शिक्षकों को निलंबित भी किया गया. वहीं हस्ताक्षर कर नदारत होने वाले 4 शिक्षकों को अवैतनिक कर शो काज नोटिस जारी किया है.
देवभोग ब्लॉक के स्कूलों में चल रही भर्रा शाही का 5 घन्टे में ही खुलासा हो गया, जब ठीक साढ़े 10 बजे डीईओ एस एल ओगरे बीईओ के दफ्तर पहुंचे, तो मूख्यालय के ही ज्यादातर कर्मचारी समय पर दफ्तर नहीं पहुंच सके थे. अनुपस्थित 7 कर्मचारियों को शो काज नोटिस थमाया गया है. इस दफ्तर के बाद यहां पास में लगे स्कूल झराबहाल से लेकर 10 किमी की परिधि में मौजूद 17 स्कूलों में बीईओ ने औचक निरीक्षण किया, तो 14 स्कूलों में अनियमितता पाई गई. हद तो तब हो गई जब झराबहाल पीएस के सुभाष माँझी, डोहेल के प्रभात सिंह व धूगीयामुड़ा के गोरखनाथ शिक्षकीय आचरण के विपरीत पाए गए.
बीईओ ने कहा कि ये तीनों नशे में थे. शिकायत लंबे समय से थी इसलिए डीईओ ने इन्हें निलंबित कर दिया है, जबकि 10 दिनों से बगैर सूचना के नदारत बाडीगांव बालक स्कूल के शिक्षक डीडी निषाद को भी निलंबित किया गया है.
बॉयोमेट्रिक डेटा में हाजिरी भर मिले नदारद
टिपपारा पीएस में शिक्षक देवधर कश्यप नदारद थे. गड़ाघाट स्कूल में पदस्थ बंशी ध्रुव समेत एक अन्य शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी देकर स्कूल से अनुपस्थित मिलेय. केन्दूपाटी के शिक्षक सुनील भी हाजिरी देकर गायब मिले. जिन्हें डीईओ ने अवैतनिक कर शो काज नोटिस थमाया है.
नियंत्रण नहीं फैली अव्यवस्था
योजनाओं के क्रियान्वयन व सतत मोनिटरिंग के लिए बीईओ के अलावा दो एबीईओ पदस्थ है. मोनिटर करने 12 अन्य को भी टीम में शामिल किया गया है. 200 से ज्यादा स्कूल मौजूद हैं, जिनमें 17 का निरीक्षण हुआ. इस 17 में 14 स्कूल की व्यवस्था सही नहीं होना पाया गया. बता रहा है कि दूरस्थ स्कूलों में व्यवस्था कैसे चल रही होगी. स्कूल विभाग की एमडीएम योजना ज्यादातर स्कूलों में सही नहीं पाए गए. डोहेल, सितलीजोर, बाडीगांव जैसे 7 स्कूल में पढ़ाई का स्तर डीईओ ने ठीक नहीं पाया. ऐसे में मोनिटरिंग कमेटी पर सवाल उठने लगा है.