यत्नेश सेन, देपालपुर/ कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के देपालपुर (Depalpur) में शराब दुकान खोले जाने को लेकर जमकर विरोध किया गया, जहां दुकान के बाहर महिला और पुरुषों ने बैठकर भजन कीर्तन किया। वहीं सभी दलों के नेता ने एकत्रित होकर नारेबाजी कर शराब दुकान हटाने की मांग की। ग्वालियर (Gwalior) में भी सेवा नगर मेन रोड पर स्थित कम्पोजिट शराब दुकान खोलने के खिलाफ इलाके के महिलाएं और पुरुषों ने शराब दुकान के सामने धरना शुरू कर दिया है। जिसके चलते दुकान के बाहर सुरक्षा देने के लिए पुलिस तैनात किया गया।

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भजन कीर्तन कर विरोध प्रदर्शन

देपालपुर में शराब दुकान का स्थान परिवर्तित किया गया। जिसके चलते अब शराब की दुकान मुख्य मार्ग पर खुल गई है। जिसके बाद अब क्षेत्र के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। शराब दुकान के बाहर महिला पुरुष एकत्रित होकर बैठ गए और भजन कीर्तन किए। वहीं ब्लॉक कांग्रेस नगर कांग्रेस और भाजपा के क्षेत्रीय पार्षद और जबरेश्वर सेना के कार्यकर्ता भी क्षेत्रवासियों के संग इकट्ठा हुए और शराब दुकान हटाने की मांग की। जब नारेबाजी बड़ी तो क्षेत्रीय एसडीएम भी मौके पर पहुंचे और जनता से बातचीत की। साथ ही आबकारी विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची।

एसडीएम ने कहा कि शराब दुकान के लिए अन्य जगह देखी जा रही है, जैसे ही जगह मिलती है ठेके वहां शिफ्ट करवा दिया जाएगा। आबकारी अधिकारी ने कहा कि जब तक दुकान नहीं मिलती तब तक यहीं दुकान संचालित की जाएगी। जिससे जनता आक्रोशित हो गई। वहां मौजूद लोगों ने कहा कि अगर कल तक दुकान को नहीं हटाया जाता है तो कल फिर से प्रदर्शन किया जाएगा

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दुकान बंद धरना प्रदर्शन बंद

ग्वालियर में भी शराब की नई दुकानों का कई जगह विरोध शुरू हो गया है। सेवा नगर इलाके में भी एक अप्रैल से शुरू हुई नई शराब दुकान का रहवासियों ने विरोध शुरू कर दिया है। महिलाएं और पुरुषों ने शराब दुकान के सामने धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। रहवासियों का कहना है कि यहां शराब दुकान शुरू होने के बाद उनकी परेशानियां बढ़ गई है। शाम से ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा शराब दुकान के आसपास होने लगता है, जो देर रात तक चलता है। ऐसे में यहां रहने वाली लड़कियां और महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती है।

लोगों का कहना है कि इलाके में मंदिर और गुरुद्वारे के नजदीक यह शराब दुकान गलत तरीके से खोली गई है। यह भी कहना कि जब तक शराब की दुकान बंद नहीं होगी तब तक उनका आंदोलन धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। उधर आबकारी विभाग ने साफ कर दिया है कि नई शराब दुकान को सरकार की गाइडलाइन के तहत परमिशन मिली है। मंदिर और गुरुद्वारे से निर्धारित दूरी पर शराब दुकान को अनुमति दी गई है। ऐसे में लोग बेवजह इसका विरोध कर रहे हैं। बताया जाता है कि जिस शराब दुकान का लोग विरोध कर रहे है उस दुकान से 5 करोड़ रुपए सालाना का रेवेन्यू होता है।

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