रायपुर। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज रायपुर के टिकरापारा स्थित संजय नगर के शहीद संजय यादव शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शहीद संजय यादव की प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान उपमुख्यमंत्री शर्मा ने भी कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार उन सभी 1200 शहीदों का स्मारक बनवाएगी, जिन्होंने अपने जीवन को लोकतंत्र और समाज की रक्षा के लिए उत्सर्ग कर दिया है. यह निर्णय छत्तीसगढ़ के वीर सपूतों के प्रति हमारी कृतज्ञता का प्रतीक होगा.

डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि शहीद संजय यादव का बलिदान छत्तीसगढ़ के इतिहास में अमिट रहेगा और उन्होंने अपनी वीरता से राज्य की सुरक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. शहीद संजय यादव के परिवारजनों की बेहतर शिक्षा-दीक्षा के परिणामस्वरूप ही वे जीवन के सर्वोच्च बलिदान देने के लिए आगे बढ़े. ऐसे वीर शहीदों के परिवार के साथ होने पर वे गर्व का अनुभव कर रहे हैं. उन्होंने कहा, नक्सलियों से लड़ाई करना सामान्य नहीं है, यह लोकतंत्र बचाने की लड़ाई है. लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले का एहसान हम सभी पर है.

उन्होंने यह भी बताया कि प्रतिमा के विषय में उन्हें जानकारी तब मिली जब वे 6-8 माह पहले शहीद संजय यादव के घर गए थे. मुलाकात के दौरान परिवार ने बताया कि मूर्ति नहीं लगी है. आज इस प्रतिमा का अनावरण आप सबकी उपस्थिति में हुआ है.
इस अवसर पर शहीद के माता-पिता, पत्नी, रायपुर आईजी अमरेश मिश्रा ,एसएसपी संतोष सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी विजय खंडेलवाल स्कूल की प्राचार्य के साथ उन्होंने स्कूल के प्रतिभाशाली बच्चों को सर्टिफिकेट व मेडल देकर पुरस्कृत किया. उन्होंने बच्चों से शहीद संजय यादव की जीवनी से प्रेरणा लेकर वीर व राष्ट्र रक्षक बनने का आव्हान किया.

शहीद संजय यादव का जीवन परिचय

शहीद प्रधान आरक्षक संजय यादव का जन्म 21 मार्च 1974 को जिला रायपुर के टिकरापारा, छत्तीसगढ़ में हुआ. उनकी माता का नाम श्यामा बाई यादव और पिता का नाम बरातु राम यादव है. बचपन से ही मेधावी और अनुशासित छात्र “संजय यादव” ने अपनी प्राथमिक शिक्षा टिकरापारा के नुतन शासकीय स्कूल और खालसा स्कूल, रायपुर से प्राप्त की. संजय यादव ने 04 सितंबर 1998 को रायपुर नगर सेवा में भर्ती होकर 07 वर्षों तक सेवा दी. 2005 में वे जिला राजनांदगांव में जीडी आरक्षक के पद पर भर्ती हुए और पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं दीं. 2008 में उनके उत्कृष्ठ कार्य और नक्सली नेटवर्क को तोड़ने के कारण उन्हें आउट ऑफ प्रमोशन देकर प्रधान आरक्षक के पद पर प्रमोट किया गया.

12 जुलाई 2009 को शहीद संजय यादव ने राजनांदगांव क्षेत्र के मदनवाड़ा थाना मोहला के अंतर्गत कोरकटटी में नक्सली मुठभेड़ के दौरान तत्कालीन पुलिस अधीक्षक शहीद विनोद चौबे के साथ अदम्य साहस का परिचय देते हुए वीरगति प्राप्त की. उनका यह बलिदान छत्तीसगढ़ की जनता सदैव स्मरण रखेगी.

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