सुशील सलाम,कांकेर. जिले के प्री-मैट्रिक छात्रावास भेजा के अधीक्षक श्रीयोधन कोला के आत्महत्या मामले की निष्पक्ष और विधि सम्मत जांच के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी रानू साहू ने तीन सदस्यीय समिति टीम गठित कर दी है. इस जांच का जिम्मा राजस्व अनुभाग भानुप्रतापपुर के अनुविभागीय अधिकारी प्रेमलता मण्डावी, जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू और जनपद पंचायत भानुप्रतापपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जीएल धुर्वे को दिया गया है. जो मामले की जांच कर टीम 15 दिन के अंदर कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी रानू साहू के सामने पेश करेंगे.
गठित समिति द्वारा सात बिंदुओं पर जांच किया जाएगा. इस घटना की जांच में घटना की पृष्ठभूमि, आदिवासी विकास विभाग कांकेर के सहायक आयुक्त केपी ध्रुव द्वारा 24 जनवरी को छात्रावास अधीक्षकों की बैठक की सम्यक विवेचना. आत्महत्या की ‘सुसाईड नोट’ में उल्लेखित दिमागी असंतुलन, चिकित्सकीय परामर्श या अन्य इलाज, आत्महत्या का विभागीय अधिकारियों, छात्रावास के छात्रों के साथ व्यवहार, छात्रावास संचालन, ग्राम पंचायत और ग्रामीणों के साथ सामाजिक संव्यवहार, पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का संक्षेपिका व चिकित्सकों का अभिमत, पुलिस विभाग के घटना की विवेचना का निष्कर्ष, जांच के दौरान जांच अधिकारियों को प्राप्त अन्य तथ्यात्मक जानकारी जो घटना के लिए प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष कारण रहा हो, इस सब बिन्दुओं पर जांच की जाएगी.
बता दें कि मृतक अधीक्षक श्रीयोधन कोला के पास से एक सुसाइट नोट भी बरामद हुआ था. जिसमें सहायक आयुक्त केपी ध्रुव पर प्रताड़ना का आरोप लगाया गया है. इसी मामले की जांच के लिए कलेक्टर ने समिति गठित की है.
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