वाराणसी में 05 नवंबर को आयोजित होने वाली देव दीपावली की संध्या पर जब पूरी काशी दीपों की अनगिनत रोशनी से नहाएगी, तब गंगा तट आस्था, संस्कृति और भव्यता का अनुपम संगम प्रस्तुत करेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार इस बार देव दीपावली का आयोजन ‘क्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशी’ की भावना के साथ किया जा रहा है. पर्यटन विभाग और स्थानीय प्रशासन सहभागिता से घाटों से लेकर गलियों तक सुंदरता, सुरक्षा और सुव्यवस्था पर विशेष ध्यान देते हुए युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं. नमो घाट से लेकर अस्सी घाट तक स्मार्ट लाइटिंग, फ्लोरल डेकोरेशन, थीम-आधारित इंस्टालेशन, लेजर शो और ग्रीन आतिशबाजी के माध्यम से काशी एक बार फिर दिव्यता और भक्ति का अद्भुत अनुभव कराएगी.

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि देव दीपावली अब सिर्फ एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं रह गया है, यह काशी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान बन गया है. पर्यटन विभाग देव दीपावली को आकर्षक बनाने में कोई कोई-कसर नहीं छोड़ रहा. गंगा घाटों पर स्मार्ट लाइटिंग, आकर्षक फ्लोरल डेकोरेशन, थीम-आधारित इंस्टालेशन और ड्रोन और सीसीटीवी मॉनिटरिंग की समुचित व्यवस्था की जा रही है. घाटों, गलियों और प्रमुख मार्गों की सफाई और सजावट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और हर घाट पर पर्याप्त सफाई कर्मियों को तैनात किया गया है.

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मंत्री ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कहा कि, कंट्रोल रूम 24×7 सक्रिय रहेंगे और कमांड सेंटर से सीसीटीवी फीड की निगरानी निरंतर की जाएगी. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त शौचालय, पेयजल व्यवस्था, चिकित्सा सहायता और प्राथमिक उपचार केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं. घाटों के समीप आपातकालीन नौका एवं एम्बुलेंस सेवाएं उपलब्ध रहें. नाविकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए उन्हें लाइफ जैकेट, पंजीकरण टैग और निर्धारित रूट की जानकारी दी जा रही है.

मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि चेत सिंह घाट पर 25 मिनट की प्रोजेक्शन सहित प्रतिदिन 03 बार लेजर शो का आयोजन करने की योजना है. इसी तरह, काशी विश्वनाथ घाट और चेत सिंह घाट के बीच रेत की सैंड आर्ट इंस्टॉलेशन लगाई जाएगी. ग्रीन आतिशबाजी, लेजर शो और संगीत कार्यक्रम के साथ काशी विश्वनाथ धाम घाट के सामने 10 मिनट का ग्रीन फायर क्रैकर शो आयोजित किया जाएगा. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य काशी की प्राचीन धरोहर और समृद्ध विरासत और आस्था को श्रद्धालुओं से जोड़ना है.