फिरोजाबाद. करहरा गांव में स्थित सामौर बाबा धाम का पर्यटन विकास पूरे राज्य के लिए मॉडल बन गया है. वजह, यहां की उच्च कोटि की स्वच्छता, संचालन, रख-रखाव, प्रबंधन और पर्यटन आकर्षण है. राज्य सरकार के अथक प्रयास से पर्यटकों की संख्या में भी काफी वृद्धि हुई है. अब विकास का मॉडल नाथ कारिडोर बरेली और गोमती उद्गम स्थल, पीलीभीत सहित प्रदेश के अन्य स्थलों पर भी देखने को मिलेगा. सामौर बाबा धाम का भ्रमण करने के लिए क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.

ग्राम करहरा सिरसागंज से पेगू मार्ग पर करीब 3 किलोमीटर दूरी पर है. ऐसी मान्यता है कि यहां शिव दैवीय शक्ति वाली चमत्कारी मूर्तियां सैकड़ों वर्ष पहले प्रकट हुई हैं. चमत्कारी शक्तियों की अनेक घटनाएं चर्चा व किवंदतियों में सुनने को मिलती है. प्राचीन काल से ही यहां मोहर छठ और होली मेला लगता है. मेला में नव विवाहित दंपती विवाह की पगड़ी (मोहर) को विसर्जन के लिए यहां आते हैं और चिरंजीवी जीवन का आर्शीवाद प्राप्त करते हैं.

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स्थल पर अविरल गंगा (गंगा का जल नहर के माध्यम से) का प्रवाह पुनः प्रारम्भ हुआ जो सरोवर में जाता है. इस प्रकार सरोवर का जल सदैव स्वच्छ बना रहता है. सरोवर की सीढ़ियां और दोनों ओर स्थित गजीबो भी है, जो कि परिसर के आकर्षण बढ़ाते हैं. सरोवर में म्यूजिकल फाउटेन और नौकायन की सुविधा भी है. परिसर का विकास सुनियोजित ढंग से किया गया है. मुख्य मार्ग और ग्राम की तरफ से प्रवेश के लिए मुख्य द्वारों का निर्माण किया गया.

अधिकारियों को भेजा जा रहा धाम- पर्यटन मंत्री

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि उक्त योजना का संचालन एवं कार्यों का रख-रखाव उच्च कोटि का है. हमारा प्रयास है कि राज्य के अन्य गंतव्यस्थलों पर भी यह मॉडल लागू हो. इसके लिए विभागीय अधिकारियों को भ्रमण के लिए सामौर बाबा धाम भेजा जा रहा है. इसी क्रम में बरेली और मुरादाबाद मंडल के उपनिदेशक ब्रजपाल सिंह गए थे. इस स्थल पर प्रमुख कार्य दो प्रवेश द्वार का निर्माण, सत्संग हॉल का निर्माण, सुलभ प्रसाधन का निर्माण, शॉप का निर्माण, पहुंच मार्ग का निर्माण, स्टोर बैंच, स्टोन डस्टविन, मंदिर परिसर में रेड स्टोन से फर्श का निर्माण, पार्क/चिल्ड्रन प्ले ग्राउण्ड, कुंड का सुदढ़ीकरण और दो गजीबो का निर्माण कराया गया है.