रायपुर. विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने बचे हैं,लिहाजा कांग्रेस अपना बनवास खत्म करना का पूरा प्रयास कर रही है. इस बीच जो अब खबर आ रही है वो कांग्रेस के लिए अच्छी नहीं है. वैसे तो कांग्रेस का आपसी कलह से तो पहले से ही गहरा नाता रहा है. पर जो अब अब बात सामने आई है उसने एक बार फिर पीसीसी चीफ के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है.

दरअसल कांग्रेस के रायपुर पश्चिम विधानसभ क्षेत्र के दर्जनों पदाधिकारियों और पार्षदों ने एक पत्र लिख कर साफ कहा है कि विकास उपाध्याय के अलावा आप किसी को रायपुर पश्चिम से विधानसभा प्रत्याशी बनाते हैं तो हम मदद करेंगे. नेताओं ने विकास पर आरोप लगाते हुए स्पष्ट किया है कि विकास उपाध्याय ने पिछले चुनावो में पार्टी कार्यकर्ताओं को अनदेखी की थी. और तो और उस समय की सबसे आसान विधानसभा चुनाव में हार गए. उनका जीतना अब भी संभव नहीं है.

इसके अलावा इन नेताओं ने पत्र में उल्लेख किया है कि विकास उपाध्याय लक्ष्मीनगर में रहते हैं जो कि रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में है. ऐसे में किसी बाहरी को प्रत्याशी बनाना ठीक नहीं है. नेताओं ने साफ कहा है कि पार्टी यदि किसी और के इस सीट से दावेदार बनाती है तो वे नि स्वार्थ रूप से काम करेंगे और पार्टी को जीताने में अपना योगदान देंगे.

बता दें कि पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास उपाध्याय ने रायपुर पश्चिम से ही अपने दावेदारी पेश की है. वहीं उनके पिछले विधानसभा चुनाव के प्रदर्शन को देखा जाये तो इस बार भी उनकी इस सीट से चुनाव लड़ना पक्का माना जा रहा है. लेकिन इस तरह से पार्टी नेताओं का खुलकर विरोध करना विकास समेत पार्टी के लिए मुसीबत बन सकता है.

इस पत्र में जिन पदाधिकारियों और पार्षदों के नाम हैं उसमें सुबोध हरीतवाल,सुंदर जोगी,हरदीप बेनीपाल, डॉ वंदना गुप्ता, प्रकाश मानिकपुरी,बावुल यादव,डॉ भगवान यादव,संटी चावला और अमजद के नाम शामिल हैं. इसके अलावा नेताओं ने एक शिकायत पत्र भी पीसीसी चीफ को सौंप है. जिसमें उन्होंने रविवार को हुई प्रत्यासी चयन को लेकर हुई बैठक में भी विकास उपाध्याय द्वारा गड़बड़ी करने का आरोप लगाया है.