भारत का केंद्र मध्यप्रदेश में एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और वन्य जीवन का एक अनूठा प्रदेश है. मध्य प्रदेश अपने मंदिरों, पवित्र स्थानों और तीर्थ स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है. यहां कुछ सबसे प्रसिद्ध देवी मंदिरों में शारदा मंदिर मैहर, बिजासन माता मंदिर सल्कनपुर, रतनगढ़ माता मंदिर, देवास के मां चामुंडा और तुलजा भवानी मंदिर शामिल हैं. आइए जानते हैं एमपी के प्रमुख मंदिरों के बारे में-
मां शारदा मंदिर, मैहर
मां शारदा मंदिर त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित देवी शारदा के सबसे प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिरों में से एक है. यह 51 शक्तिपीठों में से एक है.
बिजासन माता मंदिर, सल्कनपुर
सलकनपुर का बिजासन माता मंदिर मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है. जिसे मध्य प्रदेश पर्यटन द्वारा भी बढ़ावा दिया जाता है. ये मंदिर भोपाल से 70 किमी की दूरी पर सीहोर जिले में स्थित है.
रतनगढ़ माता मंदिर, दतिया
शहर से लगभग 60 किमी दूर स्थित इस गांव में रतनगढ़ माता मंदिर एक लोकप्रिय दुर्गा मंदिर है. मंदिर सिंध नदी के तट पर स्थित है और सड़क पुल से जुड़ी है.
भदवा माता मंदिर, नीमच
भदवा माता मंदिर मध्य प्रदेश के नीमच जिले में स्थित है. यह सबसे महत्वपूर्ण देवी शक्ति मंदिरों में से एक है. इस मंदिर में महामाया भदवामाता और नव दुर्गा की मूर्तियां विराजमान हैं. ये मंदिर संगमरमर से बना हुआ है.
अचरु माता मंदिर, पृथ्वीपुरी
अचरू माता मंदिर भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है. बुंदेलखंड के लोगों द्वारा अचरू माता की पूजा की जाती है और टीकमगढ़ जिले में घूमने के लिए भी ये प्रमुख स्थान है.
शीतला देवी
शीतला माता मंदिर ग्वालियर में आगरा मुंबई रोड पर स्थित है. इस क्षेत्र के सभी लोगों की इस मंदिर के प्रति गहरी आस्था है.
इच्छा देवी मंदिर, बुरहानपुर
ये मंदिर बुरहानपुर से 23 किलोमीटर दूर इच्छापुर गांव में स्थित है और इच्छा देवी को समर्पित है. देवी मंदिर बुरहानपुर जिले के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है. साथ ही पर्यटन की दृष्टि से भी ये जगह बेहद रोमांचक है.
हरसिद्धी माता मंदिर, उज्जैन
हरसिद्धि माता का मंदिर प्रसिद्ध राजा विक्रमादित्य द्वारा बनाया गया था. मंदिर में दो अद्वितीय देवदार के आकार के लोहे के दीपक हैं. मंदिर शहर और क्षिप्रा के पूर्वी तट पर स्थित एक प्राचीन शहर महाकाल की भूमि के प्रमुख आकर्षणों में से एक है.
मां चामुंडा तुलजी भवानी, देवास
शहर के बीच देवी वैशिनी पहाड़ी, जिसे आमतौर पर टेकरी मंदिर के नाम से जाना जाता है, देवी तुलजा भवानी, चामुंडा माता और कालिका माता का मंदिर है. मुख्य रूप से देवी के दो मंदिर हैं, जिन्हें छोटी माता (चामुंडा माता) और अन्य बड़ी माता (तुलजा भवानी माता) कहा जाता है.
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