दिल्ली. बैंकों ने कार्ड क्लोनिंग से निपटने की तकनीक के इस्तेमाल और ग्राहकों को जागरूक करने पर काम शुरू कर दिया है। मार्च तक लगने जा रहे नए एटीएम से छेड़छाड़ हुई तो बैंक मुख्यालय में अलार्म बज जाएगा। नई व्यवस्था के तहत एटीएम के हार्डवेयर में बदलाव होंगे। उनमें नए कार्ड रीडर लगाए जाएंगे, जो चिप वाले एटीएम कार्ड ही स्वीकार करेंगे। साथ ही मशीन के अंदर के सॉफ्टवेयर में बदलाव किया जाएगा, ताकि क्लोनिंग के जरिए होने वाली धोखाधड़ी की जानकारी तुरंत बैंक तक पहुंच जाए।
पीएनबी ने अपने सभी एटीएम में ‘एंटी क्लोनिंग डिवाइस’ लगानी शुरू कर दी है। इसके जरिए जैसे ही कोई शख्स एटीएम में क्लोनिंग के लिए कैमरा या सेंसर डिवाइस लगाने के लिए छेड़छाड़ करेगा, मशीन बंद हो जाएगी। मशीन से ही धोखाधड़ी का अलार्म सीधे बैंक के मुख्यालय पर पहुंचेगा। वहां से जरूरी कार्रवाई की जाएगी। जब तक एटीएम पुन: सुरक्षित नहीं होता, तब तक उसे ऑन नहीं किया जाएगा।
रिजर्व बैंक ने जागरूकता अभियान चलाने के लिए भी कहा है। ग्राहकों को चेताया है कि एटीएम कार्ड खो जाने या चोरी हो जाने पर तुरंत अपने बैंक के इमरजेंसी नंबर पर कॉल करें और उसे ब्लॉक करवाएं। नया कार्ड बनवाने पर पुराने को नष्ट कर दें।