रायपुर. कांग्रेस के दिग्गज नेता स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के परिवार में घमासान से कांग्रेस के बड़े नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक परेशान हैं. कांग्रेस ने बस्तर में अपने सेनापतियों के टिकट घोषित कर दिए हैं. अब उसका पूरा जोर इन चुनावों में बस्तर पर कब्जा करने का है. इसके लिए पार्टी हर मुमकिन कोशिश करने में जुटी है.

दंतेवाड़ा से कांग्रेस विधायक देवती कर्मा औऱ उनके बेटे छविंद्र कर्मा के बीच टिकट को लेकर खींचतान से पार्टी बेहद परेशान है. उधर, देवती कर्मा ने टिकट फाइनल होने के बाद पहली बार बयान देते हुए कहा कि छविंद्र मेरा बेटा है, मैं उसे मना लूंगी, वो मेरी बात नहीं काटेगा.

दरअसल, छविंद्र कर्मा ने नामांकन पत्र खरीद लिया औऱ घोषणा की कि अगर उनको कांग्रेस से टिकट नहीं मिलेगा तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. इधर, कांग्रेस ने बस्तर संभाग से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी औऱ उसने देवती कर्मा पर भरोसा जताते हुए उनका टिकट बरकरार रखा. अब देवती के साथ-साथ कांग्रेस के सामने बागी हुए बेटे को मनाने की चुनौती है. जिस पर बेहद आश्वस्त होते हुए देवती ने कहा कि ये मेरे घर का मामला है. हम इसे आपस में निपटा लेंगे. देवती ने भरोसा जताया कि नाम वापसी के लिए चूंकि अभी वक्त है इसलिए वो तय वक्त से पहले ही नाम वापस ले लेगा.

वैसे बस्तर संभाग की बेहद महत्वपूर्ण दंतेवाड़ा सीट पर मां-बेटे के बीच विवाद ने कांग्रेस को परेशानी में डाल दिया है. पार्टी हर संभव कोशिश में जुटी है कि उसके मजबूत किले में किसी भी तरह से सेंध न लगने पाए.