Devuthani Ekadashi: हिंदू धर्म में तुलसी का पेड़ सबसे पवित्र और पूजनीय माना जाता है. हिंदू घरों में रोजाना सुबह के समय तुलसी के पौधे में जल चढ़ा कर दिन की शुरुआत की जाती है तो वही शाम के समय दीपक जलाया जाता है.कार्तिक का महीना भगवान विष्णु और उनके अवतारों की पूजा के लिए सबसे शुभ माना जाता है. कार्तिक माह में यदि आप भगवान विष्णु की पूजा नहीं कर पाए हैं तो आखरी के पाँच दिनों में आप ये पूजा करके सम्पूर्ण कार्तिक माह का पुण्य प्राप्त कर सकते हैं.इस पाँच दिन में दीपदान करें, और दिया जलाएँ.आइए जानते हैं तुलसी पर दीपक जलाएँ के क्‍या हैं ये नियम और दीपक जलाने के लाभ.

तुलसी पर रोजाना 5 दिन जलाएं दीपक

कार्तिक मास के आखिरी 5 दिनों में रोजाना सुबह और शाम तुलसी के नीचे घी का दीपक जलाना चाहिए. आपको शुद्ध देसी गाय के घी का दीपक जलाना चाहिए. साथ ही घर के मंदिर में भी घी का दीपक जलाएं. इसके अलावा आप भगवान कृष्‍ण या फिर भगवान विष्‍णु के मंदिर में भी शाम के वक्‍त जाकर दीपदान कर सकते हैं. यदि आप किसी नदी या तालाब के तट के पास रहते हैं तो रोजाना शाम को एक दीपक जल में प्रवाहित करना चाहिए.ऐसा करने से आपको भगवान विष्‍णु की पूजा पूरे कार्तिक मास में करने के बराबर पुण्‍य फलों की प्राप्ति होती है. Devuthani Ekadashi

Devuthani Ekadashi: ये है नियम

  • 1-कार्तिक मास के अंतिम 5 दिनों में रोजाना सुबह जल्‍दी उठकर 4 बजे से 5 बजे के बीच में स्‍नान कर लें.इन 5 दिनों में संभव हो तो रोजाना व्रत करें और अन्‍न व नमक ग्रहण न करें. अगर आपको कोई समस्‍या है या फिर किसी रोग से पीड़त हैं तो एक समय भोजन करके भी यह व्रत रख सकते हैं. और इस बात का भी ध्यान रखें की पूर्ण रूप से शाकाहार भोजन ही लें . यहां तक कि प्‍याज लहसुन का प्रयोग भी न करें.
  • 2-इन 5 दिनों में संभव हो तो रोजाना एक ब्राह्मण को भोजन करवाने के बाद स्‍वयं भोजन करें. अगर ऐसा संभव न हो सके तो कार्तिक मास के आखिरी दिन यानी कि पूर्णिमा के दिन कम से कम एक ब्राह्मण को भोजन जरूर कराएं और साथ ही दक्षिणा भी दें.
  • 3-कार्तिक मास के अंतिम 5 दिनों में रोजाना गाय और अन्‍य जीवों को भी भोजन कराना चाहिए. ऐसा करने से पूर्वज प्रसन्‍न होते हैं और आपको विशेष पुण्‍य की प्राप्ति होती है.
  • 4-इन 5 दिनों में जमीन पर सोना चाहिए. झूठ नहीं बोलना चाहिए. इन 5 दिनों में रोजाना तुलसी, आंवला और बेलपत्र की पूजा करनी चाहिए.
  • 5-इन 5 दिनों में ब्रह्मचर्य का पालन करें. मान्‍यता है कि इन 5 दिनों में इन नियमों का पालन करने से पूरे कार्तिक मास के स्‍नान का फल आपको मिलता है.
  • 6-शिवजी के सम्‍मुख जलाएं .जो लोग  कार्तिक मास के आखिरी 5 दिनों में श्रद्धापूर्वक शिवजी के समीप दीपक अर्पित करता है, उसके चढ़ाये गए वे दीप शिवलिंग के सामने जितने समय तक जलते हैं, उतने हजार युगों तक दाता स्वर्गलोक में प्रतिष्ठित होता है. जो कार्तिक महीने में शिवजी के सामने घी  का दीपक समर्पित करता है, वह ब्रह्मलोक को जाता है.