देवउठनी एकादशी: देशभर में कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की एकादशी का विशेष महत्व है. हिंदू पंचांग के अनुसार देवउठनी एकादशी 1 नवंबर को सुबह 9:12 से शुरू होकर 2 नवंबर की रात 7:32 बजे तक रहेगी. चूंकि सूर्योदय के समय एकादशी तिथि विद्यमान रहेगी, इसलिए व्रत और पूजा का शुभ मुहूर्त 2 नवंबर को रहेगा. इसी दिन भगवान विष्णु चार महीने के योगनिद्रा से जागेंगे और तुलसी विवाह सहित शुभ कार्यों की शुरुआत होगी.

देवउठनी एकादशी पर करें ये 4 शुभ उपाय
इस दिन भगवान विष्णु और तुलसी माता का विवाह कराना अत्यंत शुभ माना जाता है. इस उपाय से घर में वैवाहिक सुख और समृद्धि आती है.
संध्या समय तुलसी के पौधे के पास और घर के दरवाजे पर दीपक जलाने से लक्ष्मी कृपा बनी रहती है.
देवउठनी एकादशी पर पीपल वृक्ष और तुलसी के पौधे की परिक्रमा करने से पाप नष्ट होते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है.
अन्न, वस्त्र या दक्षिणा का दान करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और परिवार पर धन लाभ की कृपा बरसती है.
इस एकादशी को हर शुभ कार्य की शुरुआत के रूप में देखा जाता है. कहा जाता है कि जो भक्त श्रद्धा से इस दिन व्रत रखकर पूजा-अर्चना करते हैं, उनके जीवन में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और सौभाग्य का वास होता है.
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