देवास. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली द्वारा अमलतास को डिफॉल्टर की लिस्ट से हटा दिया गया है. अमलतास द्वारा दो महीने पहले 16 अप्रैल के अधिसूचना द्वारा डॉ. सतीश कुमार गुप्ता, पूर्व अधिष्ठाता जलगांव चिकित्सा महाविद्यालय को अमलतास विश्वविद्यालय ने तीन साल के लिए नियुक्त किया है.

इस संबंध में, विश्वविद्यालय अनुदान संस्थान को भी मेल द्वारा सूचित किया गया था, लेकिन कुछ तकनीकि त्रुटियों के चलते 1 जून को सूची में नाम शामिल था. अब इस त्रुटि में सुधार करके 2 जुलाई के राजपत्र क्रमांक एफ 1-13l2022 (सीपीपी-II) विश्वविद्यालय अनुदान संस्थान द्वारा नवीन सूची जारी की गई, जिसमें अमलतास विश्वविद्यालय का नाम हटा दिया गया है.

अमलतास विश्वविद्यालय के चेयरमैन मयंक सिंह भदौरिया जी ने बताया कि दुर्भाग्यपूर्ण अमलतास विश्वविद्यालय का नाम डिफॉल्टर सूची में आना पूरे विश्वविद्यालय के लिए आश्चर्यजनक था. हालांकि, अब तकनिकी त्रुटि में सुधार कर स्पष्ट कर दिया गया है.

मयंक सिंह ने बताया कि इस सुधार से विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बहाल हो गई है और अब सभी शैक्षिक और प्रशासनिक गतिविधियां सामान्य और सुचारु रूप से चल रही हैं. विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ. शरद चन्द्र वानखेड़े ने कहा कि सत्र 2024 बेच के लिए विद्यार्थी अब निसंकोच प्रवेश ले सकेंगे.

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