
प्रतीक चौहान. रायपुर. हां… आरपीएफ के आईजी के नेतृत्व में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (South East Central Railway) जोन में आरपीएफ के जवानों और अधिकारियों से करीब 14-14 घंटे की ड्यूटी कराई जा रही है. ऐसा भी नहीं है कि ये ड्यूटी इमरजेंसी में एक दिन करवाई जा रही है. उन्हें ये ड्यूटी हफ्ते में 6 दिन करवाई जा रही है.

आरपीएफ के उच्च अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर लल्लूराम डॉट कॉम (Lalluram.Com) से अपनी और अपने टीम की परेशानी जाहिर की. अधिकारी ने लल्लूराम डॉट कॉम से ये अपील भी की कि उनके सेहत और परेशानी को मद्देनजर रखते हुए आरपीएफ के उच्च अधिकारियों के संज्ञान ये पूरा मामला लाए. ये भरोसा लल्लूराम डॉट कॉम पर अधिकारी ने इसलिए जाहिर किया, क्योंकि समय-समय पर लल्लूराम डॉट कॉम आरपीएफ स्टॉफ के साथ होने वाली परेशानियों को अधिकारियों के संज्ञान में लाते रहा है और बेबाक होकर अधिकारियों की करतूतों को भी उजागर करता रहा है.
उक्त अधिकारी ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देशन में ट्रेन में स्कार्टिंग की ड्यूटी इंस्पेक्टर लेवल के अधिकारी की भी लगाई गई है. इतना ही नहीं हफ्ते में 6 दिन अब वंदे भारत ट्रेन में स्टॉफ से स्कार्टिंग कराई जा रही है, जो प्रतिदिन करीब 14-14 घंटे की होती है.
ये स्कार्टिंग नागपुर और रायपुर रेल मंडल के आरपीएफ स्टॉफ करते है. इसमें बिलासपुर के स्टॉफ को छूट है. वो इसलिए क्योंकि अधिकारियों का कहना है कि बिलासपुर रेल मंडल का ज्यूरिडिक्शन वंदे भारत ट्रेन के संचालन में नहीं आता है.
आरपीएफ की 14-14 घंटे की ड्यूटी से परेशान अधिकारी ने बताया कि पहले रायपुर रेल मंडल और नागपुर रेल मंडल के ज्यूरेडिक्शन में स्टॉफ अपने डिवीजन के हिसाब से करते थे.
लेकिन अब अधिकारियों ने आदेश दिया है कि एक ही टीम 6 हफ्ते तक वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) में स्कार्टिंग करेगी. पीड़ित अधिकारी के मुताबिक यदि रायपुर की टीम को स्कार्टिंग करने का टर्न आता है तो एक दिन पहले टीम को बिलासपुर पहुंचना पड़ता है.
वहां से वो ट्रेन में स्कार्टिंग करते हुए नागपुर तक जाना होता है और पुनः नागपुर से ट्रेन के छुटने के बाद उसे बिलासपुर तक ट्रेन में स्कार्ट करते हुए जाना पड़ता है.
ऐसे समझे रायपुर या नागपुर के RPF स्टॉफ की परेशानी
बिलासपुर से नागपुर के लिए सुबह 6:45 को Vande Bharat Train रवाना होती है. इसमें स्कार्ट के लिए पार्टी को एक दिन पहले बिलासपुर जाना पड़ता है. इसके बाद ट्रेन 12:15 बजे नागपुर (Nagpur) पहुंचती है. इसके बाद लगभग 1 घंटे के लिए खाने का टाईम स्टॉफ को मिलता है. फिर स्टॉफ 14:05 यानी दोपहर 2 बजकर 5 मिनट में नागपुर से बिलासपुर (Bilaspur) के लिए रवाना होते है और ये स्कार्ट करते हुए 19:35 बजे बिलासपुर पहुंचते है. यही काम उनको लगातार 6 दिनों तक करना पड़ता है. यानी उनकी कुल ड्यूटी 13-14 घंटे. इसके बाद उनकी रिपोर्टिंग टाईम आधे-एक घंटे लग जाते है.
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