DGGI Raid in Jaipur: राजस्थान की राजधानी जयपुर में डायरेक्टोरेट जनरल जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस छापेमारी में 10 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ, साथ ही 4 करोड़ रुपये से अधिक नकद जब्त किए गए। यह मामला लुब्रिकेटिंग ऑयल से जुड़े व्यापारियों द्वारा फर्जी चालानों के जरिये बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का है।

कैसे हुआ घोटाला?

लुब्रिकेटिंग ऑयल को साफ करने और फर्जी चालान काटने के जरिये व्यापारी टैक्स चोरी कर रहे थे। इन चालानों में माल की आपूर्ति दिखाए बिना ही रिफाइनरों को कम कीमत पर चालान जारी किए गए। इसका इस्तेमाल बिना बिल के खरीदे गए तेल को कानूनी रूप देने के लिए किया गया।

कार्रवाई में क्या मिला?

DGGI के जयपुर जोनल यूनिट के अधिकारियों ने विभिन्न कंपनियों पर छापेमारी की, जिनमें दीपक एंटरप्राइजेज, मेसर्स रैक्सी लुबर्स, महावीर केमिकल इंडस्ट्रीज, माहेश्वरी पेट्रोकेमिकल्स, और ओम इंडस्ट्रीज के ठिकाने शामिल थे। जांच में पता चला कि ये कंपनियां गुप्त तरीके से ब्रांडेड लुब्रिकेटिंग ऑयल को साफ कर फर्जी चालानों का खेल कर रही थीं।

फर्जी चालान से 10 करोड़ का फर्जीवाड़ा

यह पता चला कि इन फर्जी चालानों का इस्तेमाल कर व्यापारी और रिफाइनर्स मिलकर करीब 10 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी कर चुके हैं। इस प्रक्रिया में अपने स्टॉक का झूठा विवरण दिखाया गया और कम कीमत पर चालान जारी कर बड़े पैमाने पर राजस्व का नुकसान किया गया।

खुफिया जानकारी के बाद कार्रवाई

DGGI को इस घोटाले की खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद जयपुर के विभिन्न इलाकों में एक साथ छापेमारी की गई। कार्रवाई के दौरान 4 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की गई, जो इस घोटाले का प्रत्यक्ष सबूत है। इस घोटाले को लेकर DGGI की टीम अब गहराई से जांच कर रही है। छापेमारी में मिले दस्तावेज और नकदी की जांच जारी है।

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