हेमंत शर्मा,रायपुर। राजधानी रायपुर में दिन-ब-दिन बढ़ते क्राइम के चलते डीजीपी डीएम अवस्थी ने अधिकारियों के साथ 3 घंटे तक मैराथन बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा पिछले 10 महीने में अपराध में कमी आई है. डीजीपी ने ये जरूर स्वीकारा है कि चाकूबाजी और मारपीट की घटनाएं लॉकडाउन की वजह से बढ़ी है. लेकिन अब आगे राजधानी पुलिस ऐसा काम करेगी कि पुलिसिंग इंपैक्ट जरूर देखने को मिलेगा.
बैठक खत्म होने के बाद डीजीपी अवस्थी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 11 महीने की तुलनात्मक समीक्षा की गई. रायपुर में 10 महीने में अपराध कम हुआ है. लॉकडाउन में चाकूबाजी और मारपीट की घटनाओं में इजाफा हुआ हैं. महिलाओं संबंधी अपराध और बाकी अपराधों में पुलिस को सफलता मिली है. अब राजधानी पुलिस इंपैक्ट पुलिसिंग पर काम करेगी. जिससे आम जनता में पुलिसिंग का इंपैक्ट देखने को मिलेगा. इंपैक्ट पुलिसिंग की अगले एक महीने तक मॉनिटरिंग की जाएगी. प्रतिदिन हो रही घटनाओं को लेकर एएसपी ग्रामीण तारकेश्वर पटेल रोजाना मीडिया को ब्रीफ करेंगे.
पुलिस विभाग के ट्रांजिट मेस में हुई इस बैठक में एसएसपी अजय यादव, डीआईजी हिमानी खन्ना, एआईजी राजेश अग्रवाल, सीएसपी, एएसपी समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे. अफसरों के साथ सवाल जवाब करते हुए 1 जनवरी 2020 से 25 नवंबर तक घटे घटनाओं समीक्षा की गई. इसके बाद कानून व्यवस्था में सुधार को लेकर डीजीपी ने अधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए.
बता दें कि राजधानी में लगातार बढ़ते लूट, चोरी और चाकूबाजी की घटनाओं के बाद वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने पुलिसिंग पर सवाल उठाते हुए थाना में कम और फील्ड में रहने का निर्देश दिए थे.