हेमंत शर्मा, रायपुर। मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी कि पैरालिसिस से पीड़ित मेरे पापा का ट्रांसफर इतनी जल्दी हो जाएगा. दो साल से उनका रायपुर में इलाज चल रहा है और वे व्हीलचेयर पर ही हैं. ये कहना है छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल में प्लाटून कमांडर फरदीनन्द कुजूर के बच्चों का, जो आज व्हीलचेयर में अपने बीमार पिता को लेकर पुलिस मुख्यालय आए थे.
उन्होंने बताया कि हमारा घर सूरजपुर में है, पापा की पोस्टिंग 13वी बटालियन बांगो में है. जिस वजह से उनकी फिजियोथेरेपी में बहुत दिक्कतें आ रहीं थीं. हमने डीजीपी सर से सूरजपुर ट्रांसफर के लिए निवेदन किया. डीजीपी डीएम अवस्थी ने हमारी समस्या सुनते ही तत्काल ट्रांसफर आदेश भी दे दिया. हमें उम्मीद नहीं थी कि पुलिस परिवार की समस्याओं को तत्काल हल किया जाता है.