रायपुर. डीजीपी डीएम अवस्थी ने आज आजाद चौक थाना में बने महिला संवेदना कक्ष और संवेदना गार्डन का उद्घाटन किया. संवेदना कक्ष में महिलाओं और बच्चों संबंधी शिकायत सुनी जाएगी. काउंसिलिंग की भी व्यवस्था होगी. बता दें कि गुढ़ियारी, उरला, खमतराई व पुरानी बस्ती थाने में संवेदना कक्ष बनाया गया है.

डीजीपी अवस्थी ने कहा कि संवेदना कक्ष बनाने का उद्देश्य था कि जो महिलाएं कोई परेशानी लेकर थाने में आती है. हमेशा थानों के कक्ष होते है वो पुरुष प्रधान रहा है. थानों का यह इतिहास रहा है. महिलाओं को संकोच और हिचकिचाहट होती है, इसलिए थानों से लगाकर यह संवेदना कक्ष बनाया जा रहा है. इसका फायदा महिलाओं को मिलेगा. महिलाएं थाने आये तो उन्हें अच्छा वातावरण मिले. जब कक्ष बनाया गया है तो व्यवस्था भी की गई है. प्रदेश के हर थाने में महिला पुलिस अधिकारी की नियुक्ति की गई है.

विधायक विकास उपाध्याय के द्वारा शहर के अंदर हेलमेट बैन करने के सवाल पर डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि पुलिस का काम है यातायात व्यवस्था को सुधारना और उसे सुचारू रूप से चलाना. चालान करने से यातायात सुधरता है ऐसा मैं नहीं मानता, लेकिन कही कही पर कभी-कभी सख्ती करे बिना कोई व्यवस्था लागू नहीं होती है. इसलिए जहां पर आवश्यक है वहां पर पुलिस कार्रवाई करती है.

एसएसपी आरिफ शेख, एडिशनल एएसपी प्रफुल्ल ठाकुर, सीएसपी सिविल लाइन नसर सिद्दिकी, पार्षद रितेश त्रिपाठी सहित अन्य पुलिस कर्मी मौजूद थे.