रायपुर. छत्तीसगढ़ में होने वाली डीजीपी कॉन्फ्रेंस में देशभर के साढ़े पांच सौ अफसर 26 और 27 नवंबर को रायपुर पहुंचेंगे. उन्हें एसपी और एएसपी स्तर के अधिकारियों द्वारा रिसीव करने के बाद अलग-अलग रेस्ट हाउस और अन्य स्थानों पर ठहराया जाएगा. साथ ही रुकने वाले स्थानों की सुरक्षा के लिए जवानों की तैनाती की जाएगी. राज्य पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल की 5 कंपनी को ड्यूटी में उपलब्ध कराया जाएगा. 28 से 30 नवंबर तक होने वाले सम्मेलन स्थल पर सीआरपीएफ के जवानों के साथ ही आईबी की टीम तैनात रहेगी. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी के जिम्मे रहेगी. केंद्रीय फोर्स के जवान सहयोगी की भूमिका में रहेंगे.

डीजीपी कॉन्फ्रेंस में राज्य पुलिस के साथ ही केंद्रीय सुरक्षा बल, इंटेलिजेंस, राजस्व खुफिया निदेशालय, सीबीआई और अन्य खुफिया विभाग के 550 अधिकारी शामिल होंगे. डीजीपी, आईजी, उनके निज सचिव, सुरक्षागार्ड, सहयोगियों और वाहन चालकों के रुकने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है. सभी को रैंकिग के अनुसार ठहराया जाएगा.

वहीं प्रोटोकॉल के अनुसार सुरक्षा की व्यवस्था की गई है. इसके लिए संभावित स्थानों को चिन्हांकित कर 26 से 30 नवंबर तक किसी भी तरह की बुकिंग नहीं लेने कहा गया है. कुछ होटलों को सुरक्षा के लिहाज से रिजर्व रखा गया है. 

कल एसपीजी की टीम पहुंचेगी

तीन दिवसीय डीजीपी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शामिल होंगे. उनके प्रवास के पहले एसपीजी की टीम सुरक्षा की जांच करने के लिए 25 नवंबर को रायपुर पहुंचेगी. एसपीजी टीम एयरपोर्ट से लेकर सम्मेलन स्थल, रुकने के स्थान, प्रदेश भाजपा कार्यालय और संभावित मागों की जांच करेगी.

प्रोटोकॉल अफसरों की नियुक्ति जल्द

सम्मेलन में शामिल होने वाले अफसरों को एयरपोर्ट से रिसीव करने से लेकर रुकने के स्थान और सम्मेलन स्थल तक पहुंचाने के लिए प्रोटोकॉल अधिकारी नियुक्ति किए जाएंगे. प्रदेशभर के अफसरों को इसके लिए चिन्हांकित किया जा रहा है. फिलहाल सभी जिलों से आईजी और एसपी से ब्योरा मांगा गया है. इसके मिलते ही प्रत्येक अधिकारी की ड्यूटी तय होगी.