प्रयागराज. महाकुंभ मेले के संपन्न होने पर DGP प्रशांत कुमार का बयान आया है. उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में भक्त बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में जा रहे हैं. आज महाकुंभ का आखिरी दिन है. 45 दिनों में 65 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई है. CM के निर्देश पर हमने भीड़ प्रबंधन का अभूतपूर्व मॉडल पेश किया है. महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के संपन्न हो गया. हमारे कर्मियों ने 45 दिनों तक जमीन पर काम किया. उससे पहले दो महीने तक प्रशिक्षण लिया.

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बता दें कि मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में भगदड़ मची थी. जिसमें सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 30 लोगों की मौत हुई थी. 29 जनवरी को ये भगदड़ मची थी. जिसमें शुरुआत में 15 लोगों की मौत की खबर थी. वहीं कई लोग घायल थे. जिन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था.

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वहीं ये भी बातें सामने आई थी कि घटना के दिन 1, 2 नहीं बल्कि 3 भगदड़ मची थी. ये दावा लोगों ने किया था. सोशल मीडिया पर घटना के कई वीडियो भी वायरल हुए. उसके बाद भी प्रशासन केवल एक ही भगदड़ होने की बात कह रहा था. ऐसे में कई सवाल खड़े हो रहे हैं. लोगों का कहना है कि सरकारी सिस्टम घटनाओं की छिपा रहा है. साथ ही यह भी कह रहे हैं कि तीनों घटनाओं में कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है.

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इतना ही नहीं महाकुंभ के दौरान जाम की स्थिति भी देखने को मिली थी. गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं को काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. फरवरी के पहले हफ्ते के करीब प्रयागराज में 15 लाख से ज्यादा गाड़ियां पहुंची थी. हर घंटे करीब 8 हजार गाड़ियां शहर पहुंच रही थी. नतीजन पूरे शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी थी. विपक्ष ने सरकार के फेलियर का दावा किया था. हालांकि बाद में व्यवस्था बहाल हुई. लेकिन महाशिवरात्रि के स्नान को देखते हुए एक बार फिर शहर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं.