वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। ढाबा संचालक ने आबकारी अधिकारी पर 50 हजार रुपए नहीं देने पर देशी दारू की जब्ती बनाकर बड़े भाई को फंसाने का आरोप लगाया है. ढाबा संचालक ने इस संबंध में सीसीटीवी फुटेज के साथ आबकारी निरीक्षक को पत्र सौंपते हुए निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की है. इसे भी पढ़ें : आसाराम बापू की रिहाई के लिए जुटे साधकों ने दिया नारा, ‘जो हमारे साथ नहीं, चुनाव में हम उनके साथ नहीं’

मामला रतनपुर के गहलोत ढाबा का है. ढाबा संचालक आशीष सिंह गहलोत ने आबकारी निरीक्षक को लिखे पत्र में बताया कि 2 मार्च को सुबह 10-11 बजे उसके ढाबे में मोटर साइकिल सीजी 10 एडब्ल्लू 2099 से एक युवक पहुंचा, जो अपने आप को आबकारी अधिकारी बताते हुए ढाबा में खोजबीन करने लगा. थोड़ी देर बाद एक स्कार्पियो में एक अधिकारी ढाबा पहुंचा. गाड़ी के ड्राइवर ने उसे बाहर बुलाकर पैदल नवापारा चौक तक ले जाकर कोरे कागज में जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाते हुए मेरी हाथ घड़ी को लूटकर रख लिया.

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जानकारी मिलने पर ढाबा संचालक के बड़ा भाई अशोक गहलोत और पिता संतोष गहलोत भी नवापारा चौक आए. ढाबा संचालक ने आरोप लगाया कि बड़े भाई से गाली-गलौज और मारपीट करते हुए बलपूर्वक स्कार्पियो में बिठा लिए और छोड़ने के एवज में 50,000 रुपए की मांग करने लगे. 

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ढाबा संचालक ने आरोप लगाया कि पैसा नहीं देने पर ढाबा मिस्त्री के अपने पीने के लिए कीचन में रखे दो पाव देशी दारू को 15 लीटर की जप्ती बनाकर आबकारी अधिकारी ने उसके बड़े भाई अशोक गहलोत को शराब एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दिया, जबकि मौका स्थल पर शराब जप्ती पंचनामा की कोई कार्रवाई नही किया गई. ढाबा संचालक ने आबकारी निरीक्षक के साथ बिलासपुर कलेक्टर, बिलासपुर पुलिस अधीक्षक और रतनपुर थाना प्रभारी को पत्र की प्रति सौंपते हुए निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है.