रुपेश गुप्ता, रायपुर. देश में कांग्रेस को सबसे ज़्यादा ताकत देने वाले छत्तीसगढ़ का रुतबा कांग्रेस के भीतर घट गया है. कांग्रेस की कार्यसमिति में से छत्तीसगढ़ के दो नेता मोतीलाल वोरा और ताम्रध्वज साहू बाहर कर दिये गए हैं. जबकि मुख्यमंत्री के नाते भूपेश बघेल कांग्रेस और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मोहन मरकाम इन बैठकों में शामिल रहेंगे. राज्य के प्रभारी पीएल पुनिया वर्किंग कमेटी में स्थाई आमंत्रित सदस्य हैं.

राज्य में पार्टी के नेता ये उम्मीद कर रहे थे कि कांग्रेस के सबसे मज़बूत गढ़ से और लोगों को प्रतिनिधित्व मिलेगा. लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. मोतीलाल वोरा के हटने की वजह उनकी उम्र है. उम्र की वजह से उन्होंने कोषाध्यक्ष का पद छोड़ा था. सोनिया की नई टीम में छत्तीसगढ़ से सबसे तगड़ा झटका ताम्रधध्वज साहू को लगा है. अगस्त 2018 में उन्हें कांग्रेस के शीर्ष की टीम में अहम जिम्मेदारी दी गई थी. अब वे लिस्ट से बाहर कर दिए गए हैं. .हालांकि ताम्रध्वज साहू अभी ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. इस नाते वे संगठन में अहम बने हुए हैं.

माना जा रहा है कि 2018 के चुनाव में मिली जीत के बाद ताम्रध्वज साहू ने छत्तीसगढ़ की राजनीति का रुख किया उसके बाद दिल्ली में अहम पद पर बने रहने की ज़रुरत खत्म हो गई थी. छत्तीसगढ़ में अहम जीत मिलने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि पीएल पुनिया का कद बढ़ेगा. लेकिन फिलहाल उन्हें उसी पद पर बरकरार रखा गया है.

राज्य के मीडिया विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व कम होने की बात को सिरे से खारिज़ कर रहे हैं. उन्होंने वीडियो बाइट जारी करके कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और राज्य से जुड़े प्रभारी पीएल पुनिया सीडब्ल्यूसी में शामिल रहेंगे.