देहरादून। उत्तराखंड पर्यटन के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, हिल स्टेशन, नैनीताल, मसूरी, हरिद्वार, औली, कौसानी और फूलों की घाटी जैसे कई टूरिस्ट प्लेस दुनियाभर के लोगों का ध्यान खींच रहा है। सर्दी और गर्मी के मौसम में यहां तीर्थयात्रियों और पर्यटकों का तांता लगा रहता है। जिसके चलते राजस्व के साथ प्रदेश की आम जनता का भी फायदा हो रहा है।

होम स्टे को जा रहा विकसित किया

प्रदेश की धामी सरकार ने व्यापक रूप से देवभूमि के पर्यटन स्थलों को प्रचारित प्रसारित किया है। जिसके चलते यहां यात्रियों के आने सिलिसला चलता ही रहता है। पर्यटन विकास की योजनाओं के तहत सरकार ने होम स्टे को विकसित किया है। जिसका फायदा देवभूमि के मूल निवासियों को हो रहा है। होम स्टे रोजगार के नए अवसर उत्पन्न कर रहा है। जिससे स्थानीय लोगों की आय में बढ़ोतरी हो रही है। उत्तराखंड के लोग पहले पलायन को मजबूर थे लेकिन होम स्टे ने उन्हें घर बैठे काम दे रहा है।

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होम स्टे से देवभूमि की संस्कृति का व्यापक प्रचार हो रहा है। पर्यटक यहां की धार्मिक स्थलों और सनातन संस्कृति के बारे में तो जान ही रहे है। साथ ही स्थानीय खान पान और पहाड़ की संस्कृति और सभ्यता को करीब से जान औ समझ रहे हैं। देवभूमि की महिलाएं भी बड़ी संख्या में होम स्टे के संचालन में आगे आ रही है। होम स्टे के माध्यम से दीनदयाल उपाध्याय आवास गृह योजना और अतिथि आवास गृह पंजीकरण योजना अहम भूमिका निभा रही हैं। साल 2024-25 में 74 लाभार्थियों को 1.10 करोड़ रुपये की सब्सिडी बांटी जा चुकी है। इस योजना के शुरू होने से लेकर अब तक कुल 26 महिलाएं होम स्टे बनाकर संचालित कर रही हैं।