रायपुर। लल्लूराम डॉट कॉम की खबर का बड़ा असर हुआ है. खबर के बाद धमतरी सीईओ ने अपने उस शर्मनाक आदेश को निरस्त कर दिया है, जिसमें उन्होंने शिक्षाकर्मियों को स्कूल के भीतर मूत्रालयों में जाकर पेशाब करते हुए बच्चों के फोटो खींचने का आदेश जारी किया था. मामले के तूल पकड़ने के बाद आधिकारिक स्तर पर भी धमतरी सीईओ के इस आदेश की कड़ी निंदा हुई थी.

नया आदेश

 

इस आदेश को लेकर शिक्षाकर्मियों में भी काफी रोष था. शिक्षाकर्मियों ने इस बात को लेकर ज्यादा आपत्ति जताई थी कि बालकों के स्कूल में अगर महिला शिक्षक पदस्थ हैं और बालिकाओं के स्कूल में पुरूष शिक्षक पदस्थ हैं तो ऐसे में वे कैसे मूत्रालयों में जाएंगे और इस शर्मनाक कार्य को अंजाम देंगे.

यह था आदेश में

स्वच्छ भारत कार्यक्रम(मिशन 355) के तहत जिले के सभी ग्राम पंचायतों के 355 विद्यालयों में कम लागत से निर्मित मूत्रालय का निर्माण कराया गया है. उक्त मूत्रालय के नियमित उपयोग, रखरखाव, व्यवहार परिवर्तन, भौतिक निरीक्षण की जानकारी whats App में बनाए ग्रुप “मिशन @355” कम लागत मूत्रालय का निरीक्षण करते हुए फोटो प्रतिदिन इस ग्रुप में भेजा जाय एवं संबंधित प्रपत्र के माध्यम से प्रति सप्ताह शुक्रवार को सायं 4ः00 बजे तक जानकारी भेजना सुनिश्चित करें.

यह है पुराना आदेश