धमतरी। विशाखापटनम से लगभग 35 श्रमिक पैदल अपने घर उत्तरप्रदेश के लिए निकल पड़े थे. चलते चलते वे धमतरी जिले की सीमा पर श्यामतराई नाका चेक पोस्ट पर पहुंचे. ड्यूटी में तैनात जवानों ने देखा तो अपने कंट्रोलरूम को सूचित करते हुए एसपी बी पी राज भानु और एडिशनल एसपी मनीषा ठाकुर को बताया. सूचना मिलने पर प्रशासन से बात कर 35 लोगों के लिए श्याम तराई मिडिल स्कूल में नहाने, ठहरने और खाने की व्यवस्था कराई गई.

इन श्रमवीरों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचना अपनी जिम्मेदारी मानते हुए पुलिस अधीक्षक राजभानु ने थाना प्रभारी अर्जुनी उमेद टंडन के माध्यम से पता किया की ये कैसे गंतव्य तक पहुंचेंगे. पता चला कि इन्होंने रायपुर से एक वाहन बुकिंग करवाया हुआ है. इसलिए रायपुर तक पैदल जाना है. जानकारी मिलने पर संवेदनशीलता का परिचय देते हुए राजभानु ने अपने एक बस को श्रमवीर एक्सप्रेस में बदल दिया और उन्हें रायपुर तक छोड़ने का निर्णय लिया. इन श्रमवीरों का हेल्थ चेकअप करवाने के साथ ही जब ये श्रमवीर घर जाने के लिए बस में बैठ रहे थे उनके लिए पुलिस विभाग ने मिक्सचर पैकेट बिसकिट्स, पानी आदि की व्यवस्था भी की.

इन श्रमवीरों को रवाना करने जब खुद पुलिस अधीक्षक अर्जुनी मोड़ पहुंचे तो वे सभी एक सुर में भारतमाता की जय के नारे लगाने लगे. जाते जाते उन्होंने बारंबार पुलिस को धन्यवाद किया. इन श्रमवीरों को उनके घर तक पहुंचने के लिए एक ऐसी पहल के संबंध में पूछे जाने पर उत्तरप्रदेश से विशाखापट्नम कमाने खाने के लिए जाना और लाकडाउन के कारण काम बंद होने वापस अपने घर उत्तरप्रदेश पैदल निकलना बताए. उन्होंने धमतरी पुलिस की संवेदनशीलता की प्रशंसा करते हुए धमतरी कप्तान को धन्यवाद दिया. जाते जाते श्रमवीरों आंखों में आंसू छलकने लगे.