रेणु अग्रवाल, धार। ‘आदिवासी हिंदू नहीं है’ बयान को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार घिरते नजर आ रहे हैं। आज उनके खिलाफ उन्हीं की विधानसभा क्षेत्र गंधवानी में सर्व आदिवासी समाज ने प्रदर्शन किया और समाज को तोड़ने का आरोप लगाया। इस दौरान आदिवासी नेता ने उन्हें कलयुगी राक्षस तक कह दिया।

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आदिवासी समुदाय ने बड़ी रैली निकालकर बयान का पुरजोर विरोध किया। आदिवासी नेता दिनेश सिंघार ने आरोप लगाया कि उमंग सिंघार आदिवासी समाज को तोड़ने की साजिश कर रहे हैं। जबकि आदिवासी आदि अनादिकाल से हिंदू देवी-देवताओं की पूजा करते आए हैं। उन्होंने उमंग सिंघार पर दोहरे चरित्र का भी आरोप लगाया। इस विरोध के दौरान सैकड़ों आदिवासियों ने रैली निकालकर SDM को ज्ञापन सौंपा और हिंदू समाज से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की।

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वहीं सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद डाबर ने कहा कि गंधवानी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है। हम भगवान राम को आदर्श मानकर हिंदू मानते हैं। उमंग सिंघार पूरे क्षेत्र में गणेश प्रतिमा का वितरण करते हैं। पंडाल में उनके पोस्टर लगते हैं। अपने घर में गणेश की पूजा करते हैं और सोशल मीडिया पर अपलोड करते हैं और कहते हैं कि ‘आदिवासी हिंदू नहीं है’ कहते हैं। भोले भाले आदिवासियों को बरगलाकर समाज को बांटने का काम करते हैं। यह उनका दोहरा चरित्र है।

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