रेणु अग्रवाल,धार। भगवान श्रीराम को लंका तक पहुंचाने वाले आदिवासी थे. हनुमान जी आदिवासी है. यह बड़ा बयान पूर्व मंत्री और गंधवानी से कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने धार जिले के बाग में दिया है. इससे पहले कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया ने भगवान हनुमान को आदिवासी बताया था. अब भगवान नेताओं को आदिवासी नजर आने लगे हैं.
दरअसल गंधवानी विधायक उमंग सिंघार धार जिले के बाग में जननायक भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि के मौके पर जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उसी दौरान उन्होंने यह बयान दिया और कहा कि भगवान श्रीराम को लंका तक पहुंचाने वाली वानर सेना नहीं थी, बल्कि भगवान श्री राम को लंका तक आदिवासियों ने पहुंचाया. भगवान हनुमान जी आदिवासी है.
कहानीकारों ने भ्रमित करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि बेर खिलाने थे, तब आदिवासी आ गए. जब लंका जाना था, तब वानर सेना आ गई. ये कहानी लिखने वाले घुमाते हैं. लेकिन मैं कहता हूं कि हनुमान जी आदिवासी थे. इसलिए गर्व से कहो कि हम आदिवासी हैं.
इससे पहले सिवनी जिले के बरघाट विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोड़िया ने शंकर भगवान को आदिवासी बताया था. विधायक ने अपने भाषण के दौरान कहा कि समुद्र मंथन से जो जहर निकला था. उसे किसी और ने नहीं एक आदिवासी ने पिया था. वह शंकर भगवान थे. जो अमृत निकला था, उसे होशियार लोग पी गए थे. बता दें कि विधायक बजरंगबली को आदिवासी बता चुके हैं.