स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए एमएस धोनी के साथ विराट कोहली का रिश्ता छुपा नहीं है. लेकिन मैदान के अंदर और बाहर के रिश्ते को बनाए रखना बहुत मुश्किल होता है. वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय में शतकों का सूखा खत्म कर चुके कोहली क्रिकेट के पारंपरिक प्रारूप में रन बनाने के लिए अब भी संघर्ष करते हुए दिख रहे हैं. ऐसे में आरसीबी पॉडकास्ट के दूसरे सीजन के पहले एपिसोड में भारत और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पूर्व कप्तान कोहली ने धोनी के साथ अपने रिश्ते पर बात की.

उन्होंने कहा कि, जब मैं अपने खेल के सबसे खराब दौर से गुजर रहा था तब अनुष्का मेरी सबसे बड़ी ताकत थी क्योंकि वह मेरे साथ रह रही थी और उसने बहुत करीब से देखा कि मैंने कैसा महसूस किया है. इस दौरान मेरे बचपन के कोच और परिवार के अलावा धोनी इकलौते व्यक्ति थे, जिन्होंने मुझसे संपर्क किया था.

कोहली ने 2008 से 2019 तक भारतीय टीम के साथ अपने करियर के महत्वपूर्ण 11 वर्षों तक धोनी के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया है. उन्होंने कहा कि, धोनी से संपर्क कर पाना बेहद मुश्किल है लेकिन उन्होंने मुझे फोन किया. अगर मैं उन्हें किसी भी दिन फोन करूं तो 99 प्रतिशत वह नहीं उठाएंगे, क्योंकि उनके पास हमेशा फोन नहीं रहता है. ऐसे में उनकी तरफ से संपर्क किया जाना और वह भी दो बार, अच्छा रहा. उन्होंने मुझे समझाया था कि, जब आपसे मजबूत होने की उम्मीद की जाती है और आपको मजबूत व्यक्ति के रूप में देखा जाता है तो लोग यह पूछना भूल जाते हैं कि आप कैसे हैं? कोहली ने जब जनवरी 2022 में दक्षिण अफ्रीका के दौरे के बाद अचानक टेस्ट कप्तानी छोड़ दी, तब भी उन्होंने कहा था कि सिर्फ धोनी ने ही उन्हें मैसेज भेजा था.

कोहली ने 15 वर्षों के करियर में भारत के लिए 106 टेस्ट, 271 वनडे और 115 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं और 25 हजार से अधिक रन भी बना चुके हैं. दिग्गज बल्लेबाज ने बताया कि धोनी की बातों का मुझपर गहरा असर हुआ, क्योंकि मुझे हमेशा एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा गया है जो बहुत आत्मविश्वासी है, मानसिक रूप से बहुत मजबूत है, जो किसी भी परिस्थिति को सहन कर सकता है और रास्ता निकाल सकता है, साथ ही हमें रास्ता दिखा सकता है. कभी-कभी, आप जो महसूस करते हैं वह यह है कि जीवन में किसी भी समय एक इंसान के तौर पर आपको कुछ कदम पीछे खींचने और यह समझने की जरूरत होती है कि आपकी खुद की भलाई किन चीजों से है.