जाजपुर: ओडिशा के जाजपुर जिले में डायरिया तेजी से अपने संक्रामक पंजे फैला रहा है, जिसके कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इस बीमारी ने अब तक दो और लोगों की जान ले ली है, जबकि 500 से अधिक लोग इससे प्रभावित हो चुके हैं. मृतकों में दनगड़ी ब्लॉक के ताकाइलो गांव के 62 वर्षीय सुदर्शन पात्रा और ब्यास नगर कॉलोनी के 65 वर्षीय तुलाराम शर्मा शामिल हैं.

जाजपुर जिले के ब्यास नगर, दनगड़ी, धर्मशाला, रसूलपुर और कोरेई ब्लॉकों में कई लोग डायरिया से प्रभावित हुए हैं. आशंका है कि मरीजों की संख्या में और वृद्धि हो सकती है. जाजपुर कलेक्टर ने स्वयं अस्पताल का दौरा किया और अधिक डॉक्टरों की तैनाती के साथ-साथ दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.

ओडिशा राज्य स्वास्थ्य विभाग जाजपुर जिले के कुछ हिस्सों में डायरिया के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है. धर्मशाला, ब्यास नगर नगरपालिका, दनगड़ी, रसूलपुर और कोरेई ब्लॉकों के प्रभावित और आसपास के क्षेत्रों में विभिन्न टीमें सक्रिय हैं.

राज्य और जिला स्तर की टीमें स्थिति पर करीब से नजर रख रही हैं. स्वास्थ्य सचिव अश्वथी एस. की देखरेख में जमीनी स्तर पर कार्रवाई को तेज किया गया है. जन स्वास्थ्य सेवा निदेशक डॉ. नीलकंठ मिश्रा ने बताया कि जिला स्तर पर गठित रैपिड एक्शन टीमें प्रभावित और आसपास के क्षेत्रों में सभी मरीजों और छिटपुट मामलों का त्वरित उपचार कर रही हैं. इसके अलावा, दो रैपिड एक्शन टीमें, जिनमें चिकित्सा अधिकारी, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, महामारी विशेषज्ञ और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के संयुक्त निदेशक शामिल हैं, जाजपुर पहुंच चुकी हैं और जिला मुख्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य अधिकारी के साथ समन्वय में कार्य शुरू कर चुकी हैं.

महाराजा जजति केशरी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के विशेषज्ञ गंभीर मामलों के उपचार में जुटे हैं. कटक के SCB मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से छह चिकित्सा विशेषज्ञों को भी जाजपुर भेजा गया है. प्रभावित मरीजों को धर्मशाला, जाजपुर रोड, दनगड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) और जाजपुर जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती किया गया है. गंभीर मरीजों का इलाज कटक के SCB मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में किया जा रहा है.