रायपुर। ई-साक्षरता केन्द्रों में दो दिवसीय ऑनलाइन बाह्य मूल्यांकन आज 30 अक्टूबर से शुरू हो गया है, जो 31 अक्टूबर तक होगा. ’गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़‘ मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम अन्तर्गत छत्तीसगढ़ के इस ऑनलाइन बाह्य मूल्यांकन में लगभग एक हजार से अधिक शिक्षार्थी शामिल होंगे.
उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी के कुशल मार्गदर्शन एवं राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संचालक एवं सदस्य सचिव एस.प्रकाश के निर्देशन में देश में पहली बार शहरी क्षेत्र के डिजिटल असाक्षरों के लिए मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़ कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के 36 केन्द्रों में प्रारंभ किया गया है.
राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण के नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पाण्डेय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि नवाचारी कार्यक्रम गढ़बों डिजिटल छत्तीसगढ़ में 15 से 60 आयु समूह के डिजिटल असाक्षरों को प्रशिक्षित ई-एजुकेटर द्वारा एक माह में डिजिटल उपकरणों का उपयोग करना सिखाया जाता है. डिजिटल साक्षरता के अंतर्गत कम्प्यूटर, मोबाइल सहित डिजिटल डिवाइस को चलाना, कम्प्यूटर के पुर्जे का उपयोग, मोबाइल फोन का उपयोग, टेबलेट की जानकारी एवं उपयोग, इंटरनेट का उपयोग, सर्च इंजन का उपयोग, ईमेल का परिचय, सोशल मीडिया, फेसबुक, ट्विटर, व्हाटसअप का उपयोग. विभिन्न सेवाओं का ऑनलाइन भुगतान, ऑनलाइन बुकिंग, रेल, बस टिकिट बुक करना, मोबाइल रिचार्ज, टीवी रिचार्ज, बिजली बिल इत्यादि का भुगतान तथा विभिन्न सेवाओं के लिए ऑनलाइन फार्म भरना सिखाया जाता है.
विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों में पाॅवर पाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है. डिजिटल साक्षरता के अलावा व्यक्तित्व विकास, चुनावी साक्षरता, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, श्रेष्ठ पालकत्व, आत्मरक्षा, कौशल विकास, नागरिक कत्र्तव्य, जीवन मूल्य आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है. डिजिटल साक्षरता के कोर्स के पश्चात जिले द्वारा आंतरिक मूल्यांकन किया जाता है. उसके बाद छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी (चिप्स) द्वारा ऑनलाइन बाह्य मूल्यांकन किया जाता है. जिसमें अब तक दो हजार 819 शिक्षार्थी सफल हो चुके है.