अमित पांडेय, डोंगरगढ़। सोशल मीडिया पर शुरू हुई एक सामान्य सी दोस्ती कैसे धीरे-धीरे शादी के वादों तक पहुंची और फिर टूटे हुए भरोसे, झूठे रिश्तों और लाखों की ठगी की एक चौंकाने वाली कहानी बन गई, यह किसी वेब सीरीज़ की स्क्रिप्ट नहीं, डोंगरगढ़ की एक असल घटना है, जहां एक युवती को PWD इंजीनियर बनकर ठग ने डिजिटल प्रेमजाल में फंसा लिया। कहानी की शुरुआत फेसबुक से होती है। आरोपी जयप्रकाश बघेल बिलासपुर के तखतपुर का रहने वाला है। उसने खुद को लोक निर्माण विभाग (PWD) में कार्यरत सिविल इंजीनियर बताया और बड़ी सादगी से डोंगरगढ़ की एक युवती से बात शुरू की। कुछ ही हफ्तों में बातों का सिलसिला गहराया, चैट प्रेमपत्रों में बदलने लगे और आरोपी ने जल्द ही शादी का प्रस्ताव रख दिया। मामला यहीं नहीं रुका। आरोपी ने युवती के घरवालों से संपर्क कर मुलाकात की और बाकायदा रिश्ते की बात चलाई। लड़की और उसका परिवार आरोपी को भावी दामाद मान चुके थे।


कुछ ही दिन बाद आरोपी का कॉल आया आवाज में घबराहट, भावनाओं में डर और कहानी में नया मोड़। उसने कहा कि उसका भयानक एक्सीडेंट हो गया है, हालत गंभीर है और इलाज के लिए तुरंत पैसों की जरूरत है। युवती ने बिना शक किए, किश्तों में PhonePe और अन्य माध्यमों से कुल 7 लाख 35 हजार रुपये आरोपी के बताए खातों में ट्रांसफर कर दिए। पैसे मिलते ही आरोपी की बातें कम होने लगीं, फिर गायब ही हो गया। शादी की बात टलने लगी। शक होने पर जब युवती ने पड़ताल शुरू की तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। जिसे वह सरकारी इंजीनियर समझ रही थी, वह महज एक पेशेवर ठग निकला। उसके पास न नौकरी थी, न पद और न ही कोई असल पहचान।
पुराना खिलाड़ी निकला ठग
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी जयप्रकाश बघेल पहले से ही रायपुर के पुरानी बस्ती थाने में एक अन्य ठगी के मामले में फरार था (अपराध क्रमांक 254/2025, धारा 69 BNS)। डोंगरगढ़ पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण और बैंक लेन-देन की कड़ियों को जोड़ते हुए उसे आखिरकार गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ अब BNS की धारा 318(4) के तहत अपराध क्रमांक 379/2025 दर्ज कर लिया गया है। उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। डोंगरगढ़ पुलिस ने इस प्रकरण को गंभीर डिजिटल ठगी का उदाहरण बताते हुए लोगों से सोशल मीडिया पर सावधानी बरतने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति सरकारी विभाग से जुड़ा होने का दावा करता है, तो उसकी वैधानिक पुष्टि जरूरी है ,खासकर जब बात पैसे और रिश्ते की हो।
यह घटना सिर्फ एक लड़की के साथ धोखा नहीं, बल्कि उस तेजी से बदलते डिजिटल समाज का आईना है, जहां रिश्ते अब स्क्रीन पर बनते हैं और अपराधी भावनाओं का फायदा उठाकर करोड़ों की ठगी कर जाते हैं। प्रेम और भरोसे के नाम पर चल रही इस तरह की डिजिटल ठगी के खिलाफ सजग रहना आज सबसे ज़रूरी है।
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